मानसिक विमंदित गृह एवं झुग्गी झोपड़ियां में रहने वाले लोगों के साथ में मनाया दीपावली का पर्व

Support us By Sharing

बड़ोदिया| दीपावली एवं अन्य सभी बड़े त्यौहार हर किसी के लिए खास होते है। परंतु हम जानते हैं कि आज भी इस देश में अधिकांश लोगों के पास में दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करने के लिए भी बहुत ही कशमकश करनी पड़ती है।अधिकांश लोग अपनी आजीविका के लिए पलायन कर अन्य शहरों में रोजगार की तलाश में त्योंहारों को भूल बैठे हैं। वह अपने छोटे से परिवार को लेकर सड़क किनारे झोपड़ी बना लेते हैं तो किसी को जहां पर भी खाली जगह दिखती है वहां अपनी झोपड़ी बनाकर दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करने के लिए मेहनत करते हैं। इन सभी का असर उनके बालक बालिकाओं पर भी पड़ता है क्योंकि वह भी उनके साथ में आ जाते है। जिले में अधिकांश संस्थाएं सामाजिक कार्यकर्ता भामाशाह आगे आकर उनकी खुशी में सम्मिलित होकर उन्हें अपनापन का एहसास दिलाते हैं।राधा स्वामी महिला मंडल समिति जयपुर द्वारा संचालित मानसिक विमंदित गृह में इस दिपावली पर्व पर डॉ.विकास महाराज एवं आचार्य किशोर शुक्ला के द्वारा दीपावली के पावन अवसर पर घरों में जाकर निवासरत प्रभु जनों को मिठाई एवं अन्य सामग्री वितरित कर दीपावली की शुभकामनाएं दी।उनके साथ में दीपावली की पर्व पर आतिशबाजी भी की गई। सभी प्रभु जनों को श्री राम का जय घोष करवाया गया एवं आराधना करवाई गई एवं भगवान से कामना की इन प्रभ्रुओं की भी रक्षा करना क्योंकि यह अपने जीवन में कुछ नहीं जानते कि हम कौन है एवं कहां है। डॉ.विकास भट्ट के द्वारा बताया गया आज हमें यहां आकर बहुत ही अच्छा लगा एवं यह दीपावली का पर्व हमारे लिए सार्थक रहा क्योंकि हमारे पूर्व जन्म के ऐसे कर्म किए होंगे कि हमे इन प्रभु जनों के दर्शन हो पाएं और उनकी सेवा का हमें भी मौक़ा मिला।बांसवाड़ा शहर के आसपास जहां पर भी झुग्गी झोपड़िया में निवासरत अपने परिवार से दूर जो लोग रोजगार की तलाश में आए हैं उन जगहों पर जाकर भामाशाह के सहयोग से उन लोगों को दीपावली का गिफ्ट भेंट कर उन्हें बधाइयां एवं शुभकामनाएं दी। सामाजिक कार्यकर्ता कमलेश बुनकर के द्वारा बताया गया है कि प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष सभी अधिकांश भामाशाह के द्वारा खुशी व्यक्त करते हुए इन सड़क किनारे रहने वाले लोगों की मदद कर इनके साथ में पर्व मनाने का संकल्प लिया गया संकल्प को पूरा करते हुए आज निरंतर वह आगे बढ़ रहे हैं, बड़ोदिया गांव के आस पास विद्या भारती द्वारा संचालित बाल संस्कार केन्द्रो पर जाकर बालक बालिकाओं को संस्कारिक शिक्षा प्रतिदिन दो घंटे की दी जाती है वहां पर भी इन समस्त बालक बालिकाओं को किस प्रकार से प्रोत्साहित किया जाए इसी लेकर हर हर त्यौहार पर वहां जाकर बालक बालिकाओं का उत्साह वर्धन किया जाता है। सुरेश त्रिवेदी के द्वारा बताया गया कि ईश्वर से भी भामाशाह के सहयोग से हमारे विद्या भारती द्वारा संचालित केदो पर जाकर धूमधाम से दीपावली का पर्व मनाया गया एवं जिसमें जैन बालक बालिकाओं के माता-पिता की मृत्यु हो चुकी है या अनाथ है उनको संबल भी दिया जाता है। सभी जगह जाकर इन लोगों को प्रोत्साहित करने के लिए गांव के हितेश शुक्ला अशोक पांचाल हेमंत पानेरी लालसिंह सोलंकी राज कुमार जैन महावीर जैन पूर्व सरपंच लालजी उमेश पटेल दिनेश शर्मा महेश जैन अनिल हरिजन ने भी इन सभी बालकों के लिए उपहार वितरित किए। पवन एवं मोहन जोशी के द्वारा बताया कि गांव में हर बड़े त्यौहार के पूर्व से ही जो भी भामाशाह एवं सामाजिक कार्यकर्ता है वह लोग हर क्षेत्र में लोगों को चिन्हित कर उनके लिए सहयोग देने के लिए लोगों को प्रेरित करते हैं। एवं इस प्रकार के पर्व उन लोगों के बीच में जाकर मानने से उनको भी अपनेपन का एहसास करते हैं।


Support us By Sharing