सवाई माधोपुर 11 अक्टूबर। मुनि नीरज सागर व निर्मद सागर के सान्निध्य में सकल दिगंबर जैन समाज ने 10वें तीर्थंकर भगवान शीतलनाथ का मोक्ष कल्याणक महोत्सव शुक्रवार को श्रद्धा-भक्ति पूर्वक मनाया गया।
इस मौके पर मुनि नीरज सागर ने कहा कि धर्म आत्मा की परिणति है। अपने आराध्य की निस्वार्थ भाव से भक्ति करते हुए शुभ भावो को संप्रेषित करना चाहिए। उन्होंने पंचेेंद्रिय के विषय भोगो में अनासक्त रह कर जीवन को मंगलमय बनाने पर जोर दिया और अंत में सभी को धर्म आराधना में सक्रिय रहने का मंगल आशीर्वाद दिया। इसी प्रकार मुनि निर्मद सागर ने कहा कि धर्म रूपी नाव का सहारा लोगे तो नैया पार हो जाएगी। उन्होंने भगवान शीतलनाथ के जीवन चरित्र को आत्मसात करने पर जोर दिया।
समाज के प्रवक्ता प्रवीण जैन ने बताया कि इस अवसर पर अहिंसा सर्किल आलनपुर स्थित दिगंबर जैन अतिशय क्षेत्र चमत्कारजी में मुनि नीरज सागर के मंत्रोचारण के बीच भगवान का अभिषेक एवं पंडित आशीष जैन शास्त्री के निर्देशन में भगवान शीतलनाथ की अष्ट द्रव्यों से पूजा की और श्रद्धापूर्वक मोक्ष कल्याणक का अर्घ्य अर्पण किया।