सवाई माधोपुर 22 अक्टूबर। देश के सबसे बड़े जन औषधि केंद्र की ओर से मंगलवार को प्रधानमन्त्री भारतीय जन औषधि परियोजना के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवि दाधीच का स्वागत किया गया।
जयपुर में आयोजित जन औषधि केंद्र संचालकों की बैठक में केंद्र ऑनर श्रीमती तनुषा शर्मा व प्रणय शर्मा ने सीईओ को गुलदस्ता भेंट किया। इस मौके पर सीईओ ने सवाई माधोपुर में जन औषधि केंद्र की और से सस्ती व गुणवत्ता वाली दवाओं के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए किये जा रहे प्रयासों की सराहना की। केंद्र संचालक प्रणय शर्मा ने केंद्र की गतिविधियों व कार्यक्रमों की जानकारी दी। बैठक में परियोजना के उप महाप्रबंधक लोकेश शर्मा, राजस्थान के नोडल अधिकारी दिव्यांशु शर्मा, एसएमओ शुभम् भार्गव, राजस्थान के स्टॉकिस्ट पवन अरोड़ा आदि सहित जयपुर व सवाई माधोपुर के केंद्र संचालक उपस्थित थे।
बैठक में बताया गया कि जन औषधि केंद्रों ने देश भर में सस्ती दवाओं की बिक्री में ऐतिहासिक उपलब्धि हांसिल की है। चालू वर्ष 2024-25 में अब तक 1 हजार करोड़ की बिक्री हुई है जो अब तक सर्वाधिक है। पिछले 10 वर्षों में प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के माध्यम से 30,000 करोड़ रुपए बचाए गए हैं और चालू वर्ष में 5000 करोड़ रुपए का लाभ हो चुका है।
बैठक में फार्मास्युटिकल एंड मेडिकल डिवाइसेज ब्यूरो ऑफ इंडिया (प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना) के सीईओ रवि दाधीच ने पत्रकारों को बताया कि प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना (पीएमबीजेपी) रुपए की बिक्री हासिल करके एक उल्लेखनीय उपलब्धि तक पहुंच गई है। अपने संक्षिप्त प्रवास के दौरान दाधीच ने जयपुर स्थित पीएमबीआई के वेयर हाउस का अवलोकन किया और केंद्र संचालकों से बातचीत की। राजस्थान के नोडल अधिकारी दिव्यांशु शर्मा, एसएमओ शुभम् भार्गव व इंडियन मेडिकल हॉल के प्रबंधक पवन अरोड़ा ने दाधीच का माल्यार्पण व साफ़ा पहनाकर स्वागत किया। उन्होंने बताया कि जन औषधि के अक्टूबर 2024 में 1000 करोड़ रुपए व पिछले वर्ष की तुलना में एक महत्वपूर्ण प्रगति, जब दिसंबर, 2023 में यह लक्ष्य पूरा किया गया था। यह उपलब्धि सस्ती और गुणवत्ता वाली दवाओं पर लोगों के बढ़ते विश्वास और निर्भरता को उजागर करती है।
उन्होंने बताया कि यह केवल नागरिकों के अटूट समर्थन से ही संभव हो सका, जिन्होंने देश भर में 14,000 से अधिक जन औषधि केंद्रों से दवाएं खरीदकर इस पहल को अपनाया है। यह पर्याप्त वृद्धि जेब से होने वाले खर्च को कम करके सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा को सुलभ और किफायती बनाने की पीएमबीआई की प्रतिबद्धता का प्रमाण है। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले पीएमबीआई ने 10 करोड़ रुपए की दवाइयां बेची थीं। सितंबर 2024 के एक ही महीने में 200 करोड़।
उन्होंने आगे बताया कि पीएमबीजेपी पहल समुदायों को सशक्त बनाने के लिए जारी है, यह सुनिश्चित करते हुए कि गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा हर नागरिक की पहुंच में है। रिकॉर्ड तोड़ बिक्री न केवल कार्यक्रम की सफलता को उजागर करती है बल्कि यह देश में स्वास्थ्य समानता को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। पिछले 10 वर्षों में, केंद्रों की संख्या में 170 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है, जो 2014 में केवल 80 थे और अब देश के लगभग सभी जिलों को कवर करते हुए 14,000 से अधिक केंद्र हो गए हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि अगले 2 साल में देश में 25000 जन औषधि केंद्र होंगे। पीएमबीजेपी के उत्पाद समूह में 2047 दवाएं और 300 सर्जिकल उपकरण शामिल हैं, जो सभी प्रमुख चिकित्सीय समूहों जैसे कार्डियोवस्कुलर, कैंसर रोधी, मधुमेह रोधी, संक्रमण रोधी, एलर्जी रोधी, गैस्ट्रो-आंतों की दवाएं, न्यूट्रास्यूटिकल्स आदि को कवर करते हैं। देशभर में प्रतिदिन क़रीब 1 लाख लोग जन औषधि केंद्रों का दौरा कर रहे हैं।