बौंली। देवी दुर्गा की साधना का पर्व चैत्र नवरात्र 30 मार्च से कलश स्थापना के साथ शुरू होंगे। चैत्र नवरात्रि शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होती हैं। 30 मार्च से 6 अप्रैल तक नवदुर्गा की आराधना की जाएगी। 30 मार्च को घट स्थापना होगी । आचार्य गौरी शंकर शर्मा बोरखेड़ा ने बताया कि इस बार सर्वार्थ सिद्धि योग में दुर्गा की पूजा होगी। इस बार माता का आगमन हाथी पर होगा। इस बार 9 दिन नहीं बल्कि 8 दिन के ही नवरात्र हैं क्योंकि नवरात्र में तृतीय तिथि का क्षय हो रहा हैं। चैत्र नवरात्रि का आरंभ रविवार से होने से हाथी पर सवार होकर धरती पर आएंगी। हाथी पर आगमन से धन-धान्य में वृद्धि होती हैं और माता दुर्गा का प्रस्थान सोमवार 7 अप्रैल को हाथी पर ही होगा। आचार्य गौरी शंकर शर्मा बोरखेड़ा ने बताया कि चैत्र नवरात्र पर कलश स्थापना के साथ माता शैलपुत्री की पूजा होगी। घट स्थापना का शुभ मुहूर्त 30 मार्च को सुबह 09:20 से 12:25 बजे तक हैं। अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:01 से 12:50 बजे तक रहेगा। दोपहर बाद 1:58 से 3:31 तक कलश स्थापना कर सकते हैं, 06 अप्रैल रविवार को रवि पुष्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ रामनवमी का स्वयं सिद्ध अबूझ मुहूर्त रहेगा, 07 अप्रैल सोमवार को नवरात्रौत्थापन के दिन भी रवि पुष्य योग और सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा ।

1996 से लगातार पत्रकारिता कर रहे हैं। 1996 से दैनिक भास्कर में बौंली, बामनवास एवं सन 2000 में दैनिक भास्कर ब्यूरो चीफ गंगापुर सिटी। 2003 से पंजाब केसरी और वर्तमान में राष्ट्रदूत। अनेकों चैनल व अखबारों में कार्यरत हैं। आवाज आपकी न्यूज पोर्टल में पत्रकार हैं।