मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों का हुआ शुभारंभ, सीएचसी और पीएचसी पर लगाए जाएंगे स्वास्थ्य शिविर
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने खण्ड स्तरीय अधिकारियों को बेहतर व्यवस्था करने के दिए निर्देश
गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच, बच्चों का टीकाकरण, डायबिटीज हाइपरटेंशन, कैंसर व अंधता के रोगियों की स्क्रीनिंग सहित विभिन्न जांच होंगी निशुल्क उपलब्ध
सवाई माधोपुर।श्रद्धा ओम त्रिवेदी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा गांव-गांव तक स्वास्थ्य सेवाओं की सुगम पहुंच सुनिश्चित करना करने के उद्देश्य से जिले सहित प्रदेशभर में सरकार की प्रथम वर्षगांठ के अवसर पर मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों का आयोजन किया जा रहा है। इन शिविरों का उद्देश्य हर नागरिक को सुलभ, गुणवत्तापूर्ण और बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराना है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ धर्मसिंह मीना ने बताया कि मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविरों का शुभारंभ 15 दिसंबर रविवार को किया गया। प्रथम शिविर सिटी डिस्पेंसरी में आयोजित किया गया। इन शिविरों की तैयारियों की सफलता के लिए सभी खंड मुख्य चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि जिले में 15 दिसंबर 2024 से 31 जनवरी 2025 तक सभी पीएचसी व सीएचसी में मुख्यमंत्री आयुष्मान आरोग्य शिविर लगाए जा रहे हैं इन शिविरों में आयुर्वेद विभाग, महिला एवं बाल विकास विभाग, पंचायती राज विभाग, शिक्षा विभाग व सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग का भी सहयोग रहेगा।
विशेष चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध
सीएमएचओ ने बताया कि प्रत्येक शिविर में विभिन्न विशेषज्ञों की टीम मौजूद रहेगी, जिसमें चिकित्सक, दंत रोग विशेषज्ञ, नेत्र रोग विशेषज्ञ, फार्मासिस्ट और नर्सिंगकर्मी शामिल होंगे। इन शिविरों मे विभिन्न प्रकार की जांच सुविधा निशुल्क उपलब्ध होंगी, जिसमें ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, और कैंसर जैसी बीमारियों की जांच की जाएगी। साथ ही गर्भवती महिलाओं की प्रसव पूर्व जांच, बच्चों का टीकाकरण, डायबिटीज हाइपरटेंशन व अंधता के रोगियों की स्क्रीनिंग की सुविधा होगी। इसके अलावा टीबी मरीजों की जांच, जरूरत होने पर एक्स-रे करवाना, निक्षय पोषण योजना में वंचित व्यक्तियों का बैंक अकाउंट प्राप्त कर पोर्टल में अपडेट करवाना सहित अन्य बीमारियों की जांच एवं उपचार किया जाएगा। विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा टेली कंसल्टेशन से रोगियों को लाभान्वित किया जाएगा। वहीं जरूरत पर रोगी को शिविर से एंबुलेंस की मदद से चिकित्सा संस्थान में जाकर उपचार भी करवाया जाएगा। इन शिविरों में आयुष पद्धति से भी उपचार सुनिश्चित किया जा रहा है।
तीन चरणों में होंगे शिविर
शिविर तीन चरणों में आयोजित होंगे। इसमे प्रथम चरण के दौरान समस्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (पीएचसी) व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) पर शिविर, द्वितीय चरण में फॉलोअप शिविर जो कि पंचायत मुख्यालय पर आयोजित होंगे व तृतीय चरण में रेफरल शिविर जो जिला मुख्यालय पर आयोजित किए जाएंगे।
मोतियाबिंद और टीबी का इलाज भी शामिल
मोतियाबिंद के मरीजों की पहचान कर उनके ऑपरेशन के लिए रेफर किया जाएगा, और जरूरतमंदों को चश्मे वितरित किए जाएंगे। टीबी मरीजों की जांच, एक्स-रे और पोषण योजना में नामांकित करना भी इन शिविरों का हिस्सा है।
समाज को व्यापक लाभ
शिविरों में कुपोषित बच्चों की पहचान, कुष्ठ रोगियों का उपचार, नियमित टीकाकरण और परिवार कल्याण साधनों का वितरण किया जाएगा। यह शिविर चिकित्सा सुविधाओं को अन्तिम व्यक्ति तक पहुंचाने का महत्वपूर्ण प्रयास है।