मुख्यमंत्री ने माघ मेला आयोजन के दृष्टिगत की जा रही तैयारियों की किया समीक्षा
प्रयागराज। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को प्रयागराज मेला प्राधिकरण स्थित आईसीसीसी सभागार में माघ मेला-2024 के आयोजन एवं महाकुम्भ-2025 के दृष्टिगत की जा रही तैयारियों के सम्बंध में कार्यों की समीक्षा की। मुख्यमंत्री ने माघ मेले के आयोजन के बारे में की गयी तैयारियों की जानकारी ली, जिसपर मेलाधिकारी विजय किरन आनन्द द्वारा प्रजेंटेशन के माध्यम से मुख्यमंत्री को तैयारियों के बारे में जानकारी दी गयी। उन्होंने मेले के प्रमुख स्नान पर्वों की तिथियों की जानकारी, क्षेत्रफल, सेक्टरों की संख्या, घाटों की संख्या व लम्बाई, कल्पवासियों की संख्या, प्रमुख स्नान पर्वों पर अनुमानित श्रद्धालुओं की संख्या, भूमि आवंटन, चिकित्सा केन्द्रों, शौचालयों सहित अन्य व्यवस्थाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इसके साथ ही उन्होंने इस बार माघ मेले में महाकुम्भ-2025 के आयोजन के दृष्टिगत इस बार माघ मेले में जो नए अभिनव प्रयोग किए जा रहे के बारे में भी विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि इस बार वाटर लेजर, थिमेटिक गेट्स, फ्लोटिंग जेटी, ड्रोन मानीटरिंग, सैनिटेशन ब्लाक, सोलर स्ट्रीट लाइट, थिमेटिक लाइट्स सहित अन्य नए प्रयोग माघ मेले में किए जा रहे है। मुख्यमंत्री के द्वारा माघ मेला में पार्किंग व यातायात व्यवस्था के बारे में जानकारी ली गयी। उन्होंने कहा कि पार्किंग स्थल का चिन्हॉकन ऐसे स्थानों पर किया जाये, जो मेला क्षेत्र से दूर न हो, जिससे कि साधु-संतो, कल्पवासियों, श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को बुजुर्ग कल्पवासियों को मेला क्षेत्र तक पहुंचाने की वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए है।मुख्यमंत्री ने पीडब्लूडी, सिंचाई, विद्युत, पर्यटन, जल निगम, यातायात सहित अन्य विभागों की समीक्षा करते हुए सभी विभागों को 31 दिसम्बर तक माघ मेले से सम्बंधित सभी कार्यों को पूरा करने के निर्देश दिए है। उन्होंने पीडब्लूडी विभाग को चकर्ड प्लेटों को सुव्यवस्थित ढंग से मेला क्षेत्र में लगाये जाने के निर्देश दिए साथ ही सड़कों के मरम्मत से सम्बंधी कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए है। उन्होंने मैन पॉवर को बढ़ाकर पाण्टुन पुलों के निर्माण सहित अन्य कार्यों को 31 दिसम्बर तक पूर्ण कराये जाने के निर्देश दिए है। मुख्यमंत्री ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को गंगा जी में पर्याप्त मात्रा में जल की व्यवस्था, जल की शुद्धता, नदियों में सीधे नाले का गंदा पानी किसी भी हाल में न गिरने पाये, यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए है। उन्होंने पर्यटन विभाग की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि प्रयागराज में आने वाले पर्यटकों की सुविधा के लिए किसी ऐसे एप/गुगल या किसी अन्य माध्यम से ऐसा डिजिटलीकरण करें, जिससे कि प्रयागराज में आने वाले पर्यटकों को यहां के पर्यटन स्थल के बारे में जानकारी हो सके और वे वहां पर आसानी से जा सके।मुख्यमंत्री ने माघ मेला के आयोजन में स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के लिए कहा है। उन्होंने इसके लिए लोगो को जागरूक करने एवं ग्राम पंचायत, नगर निगम आदि सभी ईकाईयों को मिलकर काम करने के लिए कहा है। उन्होंने प्लास्टिक को पूरी तरह से प्रतिबंधित करने के लिए कहा है। उन्होंने कौशाम्बी से प्रयागराज को जोड़ने वाले मार्गों पर हरियाली को बढ़ाने के लिए वृक्षारोपण कराये जाने के निर्देश दिए है। यातायात को सुगम व सुरक्षित बनाने के लिए स्पीड ब्रेकर टेबल टॉप के रूप में हो, जिससे कि लोगो को उससे अनावश्यक परेशानी न हो। मुख्यमंत्री ने माघ मेले में नदी के कटान व मुख्य स्नान स्थलों व घाटों पर स्वच्छता का विशेष ध्यान देने के लिए कहा है। मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित करते हुए कहा है कि माघ मेले में आने वाले साधु-संतो, कल्पवासियों को अच्छी से अच्छी सुविधाएं प्राप्त हो , जिससे कि वे यहां से ब उन्होंने माघ मेले में स्वच्छता एवं स्वास्थ्य सुविधाओं की उच्च कोटि की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के लिए कहा है। उन्होंने पार्किंग एवं ट्रैफिक की अच्छी व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए कहा है, जिससे कि प्रमुख स्नान पर्वों पर शहर वासियों एवं मेला क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालुओं को कोई असुविधा न होने पाये। प्रमुख स्नान पर्वों पर होल्डिंग एरियां को भी चिन्हित करने के लिए कहा, जिससे कि अत्यधिक भीड़ होने पर भीड़ को सुव्यवस्थित एवं नियंत्रित किया जा सके। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट एवं पेयजल तथा शौचालय की भी उच्च कोटि की व्यवस्था सुनिश्चित कराये जाने के लिए कहा है।माघ मेला को महाकुम्भ-2025 के रिहर्सल के रूप में आयोजित किए जाने के लिए कहा है।