डीग 22 फरवरी | विद्या भारती द्वारा संचालित बालिका उच्च प्राथमिक आदर्श विद्या मंदिर डीग में शनिवार को केंद्र सरकार की नई शिक्षा नीति के प्रति लोगों में जागरूकता के लिए शिशु नगरी और बाल मेले का आयोजन जिला प्रचारक मोहन सिंह के मुख्य आतिथ्य में आयोजित हुआ।इस दौरान विद्यालय के भैया – बहनों के द्वारा अलग-अलग दुकान लगाई गई।विद्यालय के प्रधानाचार्य राजेश शर्मा ने बताया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत खेल-खेल में शिक्षा तथा बिना बस्ता श्रव्य – दृश्य आधारित शिक्षा के उद्देश्य की पूर्ति में बाल नगरी आयोजित की गई। इसका मुख्य उद्देश्य पांच ज्ञानेंद्रियों और पांच कर्मेंद्रियां के माध्यम से बालकों में प्राणिक , मानसिक, शारीरिक ,आध्यात्मिक विकास के लिए विज्ञान प्रयोगशाला, कला शाला, वस्तु संग्रहालय , प्रदर्शनी, रंगमंच, कार्यशाला, चित्र पुस्तकालय, आदर्श घर ,आदर्श ग्राम, शिशु बाजार के ज्ञान का विकास करना है। इससे बच्चों को करके सीखने और देखके सीखने का अवसर मिलता है।मेले में विद्यार्थियों के द्वारा चित्र पुस्तकालय, विज्ञान प्रयोगशाला अर्थात शिशु वाटिका की 12 व्यवस्थाएं, खान-पान ,पहनावे की प्रदर्शनी ,पारंपरिक खेल ,डॉक्टर, नाई ,धोबी , किसान , दर्जी, महिला सौंदर्य प्रसाधन ,शूटिंग बाजी और अनेक स्टॉल अपनी कड़ी मेहनत से लगाई।
इस दौरान मुख्य अतिथि ने सभी स्टॉल्स पर जाकर मेले के बारे में जानकारी ली, बच्चों को प्रोत्साहित किया और उनकी प्रशंसा की।अनेक महिलाएं ,पुरुष और बच्चों ने भव्य मेले में उपस्थित होकर शिशु नगरी व बाल मेले को सुशोभित किया और भव्य मेले और चाट भंडार का आनंद उठाया।इस मेले में विद्यार्थियों को बहुत कुछ सीखने को मिला जैसे नाप– तोल करना, ग्राहक और दुकानदार से बातचीत करना, मोल – भाव करना, दुनियादारी समझना, निशानेबाजी करना , स्वयं निर्माण करना, अपने पैरों पर खड़े होना अर्थात आत्मनिर्भर बनना, खराब वस्तुओं का पुनः उपयोग करना, खाना बनाना आदि । साथ ही विद्यार्थियों में नई शिक्षा नीति के तहत अनेक कौशलों का विकास हुआ।इस अवसर पर जिले के शिशु वाटिका प्रभारी चेतन प्रकाश अग्रवाल, मेले की प्रभारी आचार्या रंजना, आशा शर्मा,बबीता,तेजस्वनी,बाल स्वरुप, बालकिशन,कंचन,प्रियंका,रंजना मौजूद थी।