जिले में आज होगी सिविल डिफेंस मॉकड्रिल


ब्लैक आउट के समय आमनागरिकों को स्वतः ही करनी होगी लाईट बंद

भरतपुर, 6 मई। जिले में ऑपरेशन अभ्यास के तहत बुधवार को जिला मुख्यालय से लेकर ग्राम पंचायत स्तर तक ब्लैकआउट सांयकाल के बाद एवं मॉक ड्रिल स्थान विशेष पर दिन में आयोजित किया जाकर आपदा के समय बचाव एवं सुरक्षात्मक उपायों का रिर्हसल किया जायेगा।
मुख्य सचिव श्री सुधांशु पंत की अध्यक्षता में मंगलवार को आयोजित वीसी में पुलिस महानिरीक्षक राहुल प्रकाश, जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव सहित संबंधित अधिकारियों ने बैठक मंे भाग लेकर तैयारियों के बारे में बताया।
जिला कलक्टर ने अधिकारियों की बैठक लेकर आपातकालीन परिस्थितियों में सिविल डिफेंस सहित प्रशासनिक विभागों की प्रतिक्रिया, क्षमता और आपसी समन्वय के आकलन के लिए यह अभ्यास गांव स्तर तक विस्तारित कर आंकलन करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि इस मॉक ड्रिल का एक प्रमुख उद्देश्य आम जनता, विशेषकर विद्यार्थियों और युवाओं में आपदा प्रबंधन की समझ विकसित करना भी है। उन्होंने कहा कि सभी विभाग भारत सरकार के निर्देशानुसार हो रहे इस अभ्यास के लिए बेहतर समन्वय कर आपातकालीन स्थिति से निपटने का पूर्वाभ्यास करें। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में शैक्षणिक संस्थानों सहित अन्य सार्वजनिक स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम भी आयोजित करें, जिससे आपातकालीन स्थिति में अधिकतम जन तक सुरक्षात्मक जानकारी पहुँचायी जा सके।
मॉक ड्रिल के उद्देश्य –
जिला कलक्टर ने बताया कि मॉक ड्रिल दिन के समय स्थान विशेष पर किया जायेगा इस दौरान आम नागरिक घबराऐं नहीं अपितु आपात स्थिति में सुरक्षित व्यवहार सीखने के अवसर के रूप में लें। जिला प्रशासन द्वारा जारी एओपी की पालना करें। उन्होंने बताया कि पूर्व अभ्यास के दौरान हवाई हमले की चेतावनी प्रणाली की प्रभावशीलता का परीक्षण, भारतीय वायुसेना के साथ हॉटलाइन, रेडियो लिंक की कार्यशीलता की जाँच, नियंत्रण कक्षों की तत्परता और प्रशासनिक समन्वय क्षमताओं का मूल्यांकन करना है। उन्होंने बताया कि आम नागरिकों एवं छात्रों को आपातकालीन परिस्थितियों में व्यवहार हेतु प्रशिक्षित कर ब्लैकआउट जैसे रणनीतिक उपायों की तैयारी सुनिश्चित करना है।
ब्लैकआउट की पालना स्वतः करनी होगी
जिला कलक्टर ने बताया कि ब्लैक आउट सांयकाल के बाद किया जायेगा जिसमें संभावित हवाई हमले की चेतावनी के समय सुरक्षात्मक उपायों का जांच करना है। उन्होंने बताया कि ब्लैकआउट के समय जैसे ही सायरन बजेंगे, आम नागरिकों को स्वतः ही अपने घरों, व्यापारिक प्रतिष्ठानों, होटल, उद्योग, ऐतिहासिक व धार्मिक स्थल आदि क्षेत्रों में लाईट बंद रखनी होगी। ऑटो जनरेटर अथवा इन्वेटर से भी लाईट को बंद रखना होगा। उन्होंने बताया कि ब्लैक आउट के समय यातायात एवं रेल परिवहन, रोड लाईट भी स्वतः ही बंद रखनी होंगी। उन्होंने सिविल सोसायटियों, सामाजिक संस्थाओं को इस संबंध में आमलोगांे को जागरूक करने का आव्हान किया। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को भी ब्लैकआउट की पालना सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिये।
अस्पतालों में जरूरी दवाओं की व्यवस्था के निर्देश
जिला कलक्टर ने आपात स्थिति से निपटने की तैयारियों के क्रम में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को अस्पतालों में जरूरी दवाओं की व्यवस्था करने तथा मेडिकल स्टाफ को समुचित प्रशिक्षण देने के निर्देश प्रदान किए। उन्होंने रसद विभाग को आवश्यकतानुसार भोजन प्रबंधन, अग्निशमन विभाग को आग बुझाने वाले वाहनों सहित अन्य उपकरणों के समुचित संचालन आदि के निर्देश दिए। उन्होंने सभी उपखण्ड अधिकारियों और जिला स्तरीय विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को जिले की सुरक्षा योजना का गहन अध्ययन कर उसके अनुसार आपात परिस्थिति के लिए जरूरी संसाधन तैयार रखने के निर्देश दिये।
एनसीसी और स्काउट गाइड विद्यार्थियों की भूमिका महत्वपूर्ण
जिला कलक्टर ने एनसीसी और स्काउट गाइड विद्यार्थियों के आपात योजना से संबंधित प्रशिक्षण पर जोर देते हुए कहा कि यह लोग अपने आस-पड़ोस और आमजन को विशेष परिस्थिति से निपटने में मदद करने की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी होंगे। उन्होंने इसके लिए एनसीसी एवं स्काउट अधिकारियों को विशेष निर्देश दिए कि विद्यार्थियों को आपात स्थिति का सामना करने के लिए तैयार किया जाए। उन्होंने कहा कि बुधवार को होने वाले पूर्व अभ्यास के लिए पुलिस विभाग को अन्य विभागों के साथ बेहतर समन्वय करना होगा।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन घनश्याम शर्मा, शहर राहुल सैनी, एएसपी सतीश यादव सहित सेना, प्रशासन, पुलिस, शिक्षा विभाग, सिविल डिफेंस अधिकारी, एनसीसी, एनएसएस के अधिकारी उपस्थित रहे।


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