स्‍वच्‍छता ही सेवा, डा०शिखा दरबारी के नेतृत्‍व में आयकर कर्मियों ने किया श्रमदान

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स्‍वच्‍छता ही सेवा, डा०शिखा दरबारी के नेतृत्‍व में आयकर कर्मियों ने किया श्रमदान

प्रयागराज। आयकर विभाग स्वच्छता पखवारा मना रहा है इसी कडी में रविवार को मुख्य आयकर आयुक्त इलाहाबाद, डा० शिखा दरबारी के नेतृत्व में प्रातः 10 बजे सिविल लाइन्‍स स्थित श्री हनुमत निकेतन में आयकर विभाग द्वारा स्वच्छता कार्यक्रम की शुरूआत की गई जिसमें आयकर कार्यालय के अधिकारी एवं कर्मचारी शामिल रहे , उन्होंने परिसर स्थित कूडे को साफ कर एक संदेश देने का प्रयास किया कि हमें स्वच्छ रहना है तथा दूसरों को भी स्वच्छता हेतु प्रोत्साहित करना है। कार्यक्रम के प्रारम्भ में मुख्‍य आयकर आयुक्त डा० शिखा दरबारी द्वारा मन्दिर के मुख्‍य पुजारी सच्चिदानन्‍द मिश्र को पूजा में चढाए गए फूलों से जैविक खाद बनायी जा सकने वाली एक ड्रम तकनीक का उपकरण तथा सम्बन्धित सामग्री उपलब्ध कराई गई, तदुपरान्‍त अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा मन्दिर परिसर की व्यापक साफ सफाई की गई । डा० शिखा दरबारी द्वारा कहा गया कि आयकर विभाग इस प्रकार का कार्यक्रम आगे भी करता रहेगा तथा आम जनमानस को स्वच्छता हेतु प्रोत्साहित करता रहेगा। कार्यक्रम के दौरान अपर आयकर आयुक्त श्री शिव कुमार राय, सहायक आयकर आयुक्त सौरभ गुहा, आयकर अधिकारी मुख्‍यालय रवि कुमार मेहता, सुब्रतो गुप्‍ता, नन्‍दन कुमार सोनकर, योगेश्वर राय, ज्ञानेन्‍द्र कुमार श्रीवास्‍तव, ओम प्रकाश बरमानी, पुरुषोत्तम शर्मा सहित तमाम अधिकारी एवं कर्मचारी तथा मन्दिर प्रबन्‍धन के लोग उपस्थित रहे। एक अन्य कार्यक्रम , जो सिविल लाइन्‍स स्थित वात्सल्य सभागार में महिला समन्वय प्रयागराज, काशी प्रान्त द्वारा महिलाओं के उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए शक्ति महिला कुटीर उद्योग प्रदर्शनी का आयोजन किया गया था, उसमें डा० शिखा दरबारी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं, कार्यक्रम का उद्घाटन किया । उद्घाटन सत्र के दौरान मुख्य आयकर आयुक्त डा० शिखा दरबारी द्वारा कहा गया कि भारत में कुटीर उद्योग आजीविका एवं रोजगार का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। गांव का सर्वांगीण विकास कुटीर उद्योगों में ही निहित होता है। ग्रामीण जनता बेरोजगारी से अधिक परेशान रहती है। इसलिए अगर ग्रामीण क्षेत्रों में कुटीर उद्योगों का विकास हो जाए तो ग्रामीण जनता के समय का भी सही उपयोग हो पाएगा और उन्हें काम के बदले पैसे भी मिलने लगेंगे जिससे कि उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा। कुटीर उद्योग आर्थिक और सांस्कृतिक रूप से भी महत्वपूर्ण हैं वे प्राचीन परंपराओं को भी संरक्षित करते हैं और कई लोगों को रोजगार भी देते है हालांकि उन्हें कई चुनौतियों का सामना भी करना पडता है ,सरकार द्वारा मुद्दों का समाधान करने का प्रयास किया जा रहा ‍है क्योंकि कुटीर उद्योगों में विकास की क्षमता है और पर्याप्त समर्थन मिलने पर ये देश की अर्थव्यवस्था में प्रमुख योगदान भी कर सकते हैं ।


शिखा दरबारी ने प्रदर्शनी में शामिल महिलाओं को आत्म निर्भर बनने पर जोर दिया, कहा कि जब आप आत्म निर्भर होती हैं तो आप अपना भी और अपने परिवार का भी अच्छी तरीके से भरण पोषण कर पाती हैं, आपसे अपेक्षा है कि आप अपने साथ और भी महिलाओं को जोडने का प्रयास करें जिससे कि वे भी आत्म निर्भर हो सकें और अपने परिवार का सही तरीके से भरण पोषण कर सकें। कार्यक्रम के प्रारम्भ में वात्सल्य अस्पताल के निदेशक डा० नीरज अग्रवाल एवं डा० कृतिका अग्रवाल द्वारा मुख्य अतिथि का बुके देकर स्वागत किया गया । इस प्रदर्शनी के आयोजन के लिए डा० शिखा दरबारी ने आयोजन मंडल की प्रशंसा की तथा कहा कि डा० नीरज अग्रवाल एवं डा० कृतिका अग्रवाल चिकित्सा व्यवसाय से जुडे होने के बावजूद इस प्रकार के कार्य को बढ़ावा दे रहे है वे भी बधाई के पात्र हैं।


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