स्वच्छता ही मानव के अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी – मानस सिंह

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समृद्व भारत अभियान ने चलाया अभियान, केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान अन्दर व बहार से क्लीन, केवलादेव स्वच्छता स्मारिका का विमोचन, पक्षियों को परिण्डे और पर्यटकों को मटका लगाए

भरतपुर| समृद्व भारत अभियान, केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान एवं प्रशासन की ओर से केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान निदेशक मानस सिंह एवं समृद्व भारत अभियान निदेशक सीताराम गुप्ता के निर्देशन में केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के अन्दर व बहार चलाए स्वच्छता अभियान का सोमवार को समापन किया गया और उक्त कार्यक्रम में अहम भूमिका अदा करने वाले समाजसेवी, उत्कृष्ठ अधिकारी व कर्मचारी एवं वन प्रेमियों का सम्मान किया गया साथ ही केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान में कराये गए कार्यों की स्मारिका का विमोचन किया गया ! कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान निदेशक मानस सिंह रहे। अध्यक्षता समृद्व भारत अभियान के निदेशक सीताराम गुप्ता ने की। जबकि रेन्जर परमिंदर सिंह व कुम्हेर के सीडीपीओ महेन्द्र अवस्थी विशिष्ठ अतिथि रहे।

मुख्य अतिथि निदेशक मानस सिंह ने कहा कि स्वच्छता ही मानव के अच्छे स्वास्थ्य की कुंजी है, जहां स्वच्छता है, वहां का वातावरण शुद्ध और मानव जीवन निरोगी रहता है। उन्होने कहा कि स्वच्छता सबसे महत्वपूर्ण आदत है, जो किसी भी व्यक्ति में हो सकती है, क्योंकि स्वच्छता और स्वास्थ्य एक-दूसरे से जुडे हुए है। यदि आप और हम स्वच्छ है, तो आप और हम कई बीमारियों से लड सकते है और उन्हे रोक सकते है, विशेषकर संक्रामक रोगी। इसके अलावा, स्वच्छता मानव के शरीर को शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को बढाती है। उन्होने कहा कि निदेशक सीताराम गुप्ता एवं उनकी टीम ने केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के अन्दर व बहार स्वच्छता अभियान चलाया, साथ ही गर्मी के मौसम में पक्षियों को पीने के पानी वास्ते परिण्डे, पर्यटकों को शीतल पेयजल को मिट्टी के मटका आदि लगाए, जो कार्य नेक और सराहनीय है। यह कार्य केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान के अलावा भरतपुर शहर एवं गांव-गांव में चलाया जाए, जिससे आमजन में जागरूकता आए।
निदेशक सीताराम गुप्ता ने कहा कि स्वच्छता ही मानव जीवन को निरोगी बनाए रखती है और पर्यावरण भी स्वच्छ रहता है। मानव को हमेशा स्वच्छता की तरफ ध्यान देकर घर व आसपास के स्थान सहित सार्वजिक व धार्मिक स्थल को स्वच्छ रखना चाहिए। साथ ही अन्य लोगों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक करे। उन्होने कहा कि स्वच्छता के अनगिनत फायदे हैं। क्या आप जानते हैं कि पानी और साबुन से हाथ धोने की सरल क्रिया से दस्त संबंधी बीमारियों की संभावना 50% तक कम हो जाती है! दरअसल खाद्य जनित बीमारियों का प्रमुख कारण दूषित हाथ हैं। ऐसी कई संभावित खतरनाक स्थितियाँ हैं जिन्हें उचित स्वच्छता द्वारा रोका और ठीक किया जा सकता है। हमारे शौचालय और घर के अन्य कमरों से लेकर कार्यस्थल, कपड़े, स्टडी टेबल से लेकर डाइनिंग टेबल तक हर जगह सफाई महत्वपूर्ण है।
समृद्व भारत अभियान के प्रदेश प्रभारी पुनीत गुप्ता ने बताया कि निदेशक सीताराम गुप्ता व निदेशक मानस सिंह के निर्देशन में 3 जनवरी 2024 से केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान से स्वच्छता अभियान की शुरुआत की गई, जिसके तहत उद्यान के अन्दर व बहार से कचरा हटवाया गया और उद्यान में पक्षियों को पीने के पानी वास्ते परिण्डे तथा पर्यटकों को शीतल जल वास्ते मिट्टी के मटके लगवाए। साथ ही शहर के राजेन्द्र नगर में कचरा पात्र लगवाए। उन्होने बताया कि स्वच्छता अभियान, पक्षियों के परिण्डे व मटका वितरण जारी रहेगा। साथ ही जुलाई माह से पर्यावरण की शुद्धता को पौधारोपण शुरू होगा। उन्होंने बताया कि जनवरी माह से अब तक कराये गए कार्यों की स्मारिका का विमोचन किया गया ! इस अवसर पर समृद्व भारत अभियान के नरेन्द्र गुप्ता, अनिल गर्ग, विष्णु मित्तल, महिला पर्यवेक्षक मिथलेश शर्मा, सीमा शर्मा एवं आंगनबाडी कार्यकर्ता आदि का विशेष योगदान रहा।

 यह हुए सम्मानित

प्रदेश प्रभारी पुनीत गुप्ता ने बताया कि स्वच्छता अभियान में उत्कृष्ठ कार्य करने वाले अधिकारी व कर्मचारी सहित समाजसेवी व वन प्रेमियों का सम्मान किया गया। उक्त कार्य क्षेत्र में निदेशक सीताराम गुप्ता एवं केवलादेव राष्ट्रीय उद्यान निदेशक मानस सिंह ने नगर निगम के पार्षद कपिल फौजदार, लायन्स कम्पनी के मुख्य प्रबन्धक संजय सिंह, ज्वाला केटेर्स के निदेशक जीतेन्द्र गोयल, सफाईकर्मी ठेकेदार अनिल चौहान, नगर निगम कार्मिक राकेश कुमार आदि का पुष्प माला व दुपटा ओढाकर सम्मान किया।

 व्यक्तिगत स्वच्छता के लाभ

स्वच्छता अभियान से आमजन को व्यक्तिगत लाभ भी होते है, जैसे स्वस्थ रहना, स्वच्छ शरीर कीटाणुओं से बेहतर तरीके से लड़ सकता है। इससे रोगों के खतरे कम होते हैं और आप स्वस्थ रहते हैं। सकारात्मक माहौलरू साफ-सुथरे वातावरण में रहने से मानसिक शांति और सकारात्मकता का माहौल बनता है। स्वच्छता उदाहरण बन जाता है व्यक्तिगत स्वच्छता का पालन करके आप अपने परिवार और समाज के लिए एक अच्छा उदाहरण बन जाते हैं। इससे आपके आसपास का वातावरण भी स्वच्छ रहता है। अधिक आत्मविश्वास, स्वच्छ और तरोताजा रहने से आत्मविश्वास बढ़ता है। संगठित जीवन व्यक्तिगत स्वच्छता अपनाकर आप व्यवस्थित जीवन जी सकते हैं। समय और धन की बचत स्वच्छ रहेंगे तो कम बीमार होंगे और बीमारियों के इलाज में होने वाला खर्च और समय बचेगा। सभ्य और श्रेष्ठ व्यक्ति स्वच्छ रहने से आप सभ्य और श्रेष्ठ व्यक्ति बनते हैं जो समाज में प्रतिष्ठित होते हैं। समाज के लिए उपयोगी स्वच्छता का पालन करने से आप समाज के लिए उपयोगी बनते हैं और सामाजिक स्वच्छता में योगदान करते हैं ऊर्जा की बढ़ोतरी स्वच्छता के अनुसार रहने से आपकी ऊर्जा और दृढ़ता बढ़ती है जो आपके लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद करती है।

स्वच्छता के महत्व

स्वस्थ रहने का माध्यम स्वच्छता अपनाकर हम खुद को रोगों से बचा सकते हैं और स्वस्थ रह सकते हैं। यह बीमारियों के प्रसार को रोकता है और अच्छे स्वास्थ्य को सुरक्षित रखता है। सामाजिक रूप से और भविष्य के लिए फायदेमंद स्वच्छता सामाजिक रूप से और भविष्य के लिए भी फायदेमंद है। स्वच्छता के माध्यम से समाज में सभ्यता और संगठन की भावना पैदा होती है। पर्यावरण संरक्षण स्वच्छता से हम पर्यावरण को भी संरक्षित रख सकते हैं। साफ.सुथरा वातावरण हमारे प्राकृतिक संसाधनों को बचाता है और पर्यावरण की सुरक्षा करता है।


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