कुशलगढ़|मुख्य चिकित्सा अधिकारी खुशपाल राठौड़, निदेशालय चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग से नियुक्त बांसवाड़ा जिला नोडल अधिकारी डॉ एस एम स्वामी एवं आरएसीएचओ बांसवाड़ा डॉ दिनेश चंद्र भाभोर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का गुरुवार को औचक निरीक्षण किया। वर्तमान में मौसम में भारी गर्मी के कारण हिट वेव की स्थिति को देखते हुवे व्यवस्थाओं की जाँच की। निरीक्षण के उपरांत अधिकारियों एवं चिकिस्ता विभाग के स्वास्थ्य कर्मियों की बैठक ली। बैठक को सम्बोधित करते हुवे सीएमएचओ राठौड़ ने हीट वेव (लू) से बचाव एवं उपचार के उपायो की जानकारी देते हुवे कहा की हीट वेव अत्यधिक गर्मी की स्थिति होती है जो शरीर पर गंभीर प्रभाव डाल सकती है। इसके कारण हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन, चक्कर आना और थकावट जैसी समस्याएँ हो सकती हैं। जिनसे बचाव के उपाय: 1. धूप में निकलने से बचें, सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक घर से बाहर न निकलें, जब तापमान सबसे अधिक होता है। 2. ढीले और हल्के रंग के कपड़े पहनें सूती कपड़े शरीर को ठंडा रखने में मदद करते हैं। 3. पानी अधिक मात्रा में पिएं शरीर को हाइड्रेट रखना जरूरी है, चाहे प्यास लगे या नहीं। 4. नींबू पानी, छाछ, नारियल पानी लें ये शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति करते हैं। 5. धूप में बाहर जाएं तो सिर को ढकें टोपी, छाता या गमछे का प्रयोग करें। 6. भारी भोजन से परहेज करें हल्का व पचने योग्य खाना खाएं। 7. घर को ठंडा रखें
परदे, पंखे, कूलर या ए.सी. का प्रयोग करें। उपचार के उपाय बताते हुवे जल्द ही हीट स्ट्रोक के लक्षण पहचानें: तेज बुखार (104°F या अधिक) चक्कर आना, सिर दर्द, उल्टी या मतली, त्वचा का लाल और सूखा होना, बेहोशी 2. व्यक्ति को तुरंत ठंडी जगह पर लाएँ उसे छाया या एयर कंडीशन्ड कमरे में ले जाएं 3. शरीर को ठंडा करें, ठंडे पानी से स्पंज करें, बर्फ की पट्टी सिर, गर्दन और बगल में रखें। 4. पानी या इलेक्ट्रोलाइट दें यदि व्यक्ति होश में हो तो ORS, नींबू पानी या नारियल पानी पिलाएं। 5. जरूरत पड़े तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं हीट स्ट्रोक एक मेडिकल इमरजेंसी है। इस मौके पर खण्ड मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर निलेश सोनी, चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डॉक्टर नयन हड़कशी एवं समस्त अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।