भीलवाड़ा | जनजातीय कार्य मंत्रालय के निर्देश के अनुपालन में जिले में 15 जून से 30 जून तक ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष (DAJGUA) अभियान’ चलाया जाएगा। जिसके सफल क्रियान्वयन हेतु कलेक्टर जसमीत सिंह संधू की अध्यक्षता में आज जिला कलेक्टर सभाकक्ष में बैठक का आयोजन किया गया था। बैठक में एडीएम ओमप्रकाश मेहरा, जिला परिषद सीईओ चंद्रभान सिंह भाटी, एसीईओ आईएएस मेधा आनन्द, योजना प्रभारी अधिकारी एवं एक्सईएन रामलाल भील, योजना से सम्बंधित 17 विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। जिले में “धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान अंतर्गत 141 ग्रामों का चिन्हांकन किया गया है। जिनमें 15 जून से 30 जून 2025 तक शिविर का आयोजन किया जाना है। इन शिविरों के सफल क्रियान्वयन हेतु कलेक्टर ने उपस्थित संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये। जिले के जनजातीय समुदाय के लोगों को इस अभियान से बुनियादी सेवाओं का सीधा लाभ मिले इसके लिए उन्होंने जिला परिषद सीईओ व सम्बंधित विभागीय अधिकारियों को कार्ययोजना के तहत कार्य करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही “धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान” के सफल संपादन हेतु विभिन्न एजेंडा विस्तृत चर्चा की गई।
जनजातीय समुदायों के समग्र विकास और उनके जीवन स्तर को सुधारने की दिशा में “धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान” एक महत्वपूर्ण कदम है। धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान” का उद्देश्य सामाजिक बुनियादी ढांचे में स्वास्थ्य, शिक्षा एवं आजीविका के महत्वपूर्ण अंतराल को समाप्त करना है।
15 जून से 30 जून तक धरती आबा अभियान अंतर्गत चलने वाले शिविर में आधार कार्ड, राशन कार्ड, जाति प्रमाण पत्र, निवास प्रमाण पत्र, आयुष्मान कार्ड,
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, प्रधानमंत्री किसान क्रेडिट कार्ड, जनधन योजना, सामाजिक सुरक्षा अंतर्गत वृद्धा पेंशन योजना, विधवा पेंशन, दिव्यांग पेंशन, नरेगा जॉब कार्ड, प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना, मुद्रा लोन, मातृ एवं शिशु कल्याण लाभ से संतृप्त किया जाएगा।