लिमथान धाम पर तीन दिवसीय यज्ञ की पूर्णाहुति

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अद्वेतवाद के पोषक थे शंकराचार्य

ठीकरिया|विप्र फाउंडेशन के तत्वावधान में लिमथान स्थित पूरा परशुराम धाम पर संचालित अनुष्ठान के तहत रविवार को पूर्णाहुति के साथ शंकराचार्य जयंती मनाई गई। यहां सन्त रघुवीरदास महाराज ने कहा कि आदि शंकराचार्य शिव मूर्ति थे। उन्होंने कहा था कि सबसे अच्छा और बड़ा तीर्थ आपका अपना मन है, जिसे विशेष रूप से शुद्ध किया गया हो। आत्मा और परमात्मा एक ही हैं। हमें अज्ञानता के कारण ही ये दोनों अलग-अलग प्रतीत होते हैं। सन्त ने परशुराम के जीवन चरित से जुड़े रोचक प्रसंगों का वर्णन किया। ब्रह्म सत्यं जगन मिथ्या का उद्घोष भी शंकराचार्य ने किया। कार्यक्रम में पण्डित नरेन्द्र आचार्य, राजेश त्रिवेदी, बोदला धाम के महंत सतीश महाराज, शशि कुमार शर्मा, जुगलकिशोर जोशी, राजेन्द्र द्विवेदी, मनोहर जोशी, जनक भट्ट, अमित जोशी का स्वागत किया गया। इससे पूर्व प्रातः वेला में भगवान परशुराम व श्रीकृष्ण की प्रतिमा का महा अभिषेक किया गया। पंडित निकुंजमोहन के आचार्यत्व में हुए इस कार्यक्रम में पंचकुंडीय विष्णु लक्ष्मी महायज्ञ की पूर्णाहुति नारियल हवन के साथ हुई। परशुराम धाम के संयोजक महेश जोशी ने बताया कि दिन में पुरुषसूक्त व श्रीसूक्त की सहस्त्राहुतियां दी गयी। कार्यक्रम में विप्र फाउंडेशन के बांसवाड़ा तहसील अध्यक्ष सुभाष पण्डया, परशुराम धाम के सह संयोजक राजेन्द्र चौबीसा, विप्र फाउंडेशन के ग्रामीण महामंत्री, नवनीत त्रिवेदी, जिला महामंत्री विनोद पानेरी, के के शुक्ला, अमृतलाल सनाढ्य सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी उपस्थित रहे। पांचों यजमान में प्रधान यजमान अभिषेक जोशी, कांतिलाल भट्ट सालियां, मनोज चौबिसा, योगेश चौबीसा व विठला भाई ने सपत्नीक पूजन व यज्ञहुतियां दी। पं. सतीश राज त्रिवेदी, पं. कैलाश जोशी, पं. पुनीत त्रिवेदी, पं. सतीश जोशी सहित कईं विप्रवरों के द्वारा सस्वर वेद पाठ किया गया। कार्यक्रम में मुग्धा पण्डया ने यज्ञ की महत्ता को सप्रसंग समझाया। मानव कल्याण एवं विश्व शांति को लेकर लिमथान परशुराम मंदिर पर विप्र फाउंडेशन बांसवाड़ा द्रारा आयोजित तीन दिवसीय पंच कुण्डीय श्री विष्णु महायज्ञ के तृतीय दिवस पर आचार्य निकुंज मोहन जी पंड्या ने भगवान परशुराम की विशेष महापूजा करवाई। इस विराट आयोजन में कल्पेश कलाल, राकेश कलाल, खेमराज कलाल, प्रीतम चौबीसा, हर्षिल जैन, नित्यम जैन, पार्थ चौबीसा, निकिथ चौबीसा, मीत चौबीसा, हेमंत चोबीसा, यश चौबीसा, हेरंब चौबीसा, रानू चौबीसा, मंजू चौबीसा, निशा , योगिता रोहित मुन्नी चौबीसा अनीता चौबीसा सहित बड़ी संख्या में युवा व महिलाओं का सक्रिय सहयोग दे रहे हैं। कार्यक्रम में सेवा निवृत्त आरएएस टी आर जोशी ठिकरिया, दिनेश पण्डया सुरवानिया भी उपस्थित रहे। इस मौके पर कृष्ण मन्दिर की प्रतिमा पर वज्र लेप के लिए बड़ी संख्या में दानदाताओं ने घोषणा की।


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