वन महोत्सव से दी हरित न्याय की अवधारणा

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पौधो का संतान के समान करें पालन पोषण: न्यायधिपति श्रीवास्तव
वन महोत्सव से दी हरित न्याय की अवधारणा

सवाई माधोपुर 9 अगस्त। जिला प्रषासन, वन विभाग एवं न्यायिक प्रषासन तथा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सवाई माधोपुर के संयुक्त तत्वावधान में वन महोत्सव, 2023 का आयोजन बुधवार को न्यायधिपति एम.एम. श्रीवास्तव प्रषासनिक न्यायाधीष, राजस्थान उच्च न्यायालय एवं न्यायधिपति समीर जैन राजस्थान उच्च न्यायालय एवं संरक्षक न्यायाधीष, सवाई माधोपुर न्यायक्षेत्र की गरिमामय उपस्थिति में पंचायत समिति खिलचीपुर के खेल मैदान में हुआ। अतिथियों का सेन्ट एनसलम स्कूल बैण्ड द्वारा शानदार स्वागत भी किया गया। इस दौरान न्यायधिपतियों द्वारा अषोक के पौधे भी लगाए गए।
प्रषासनिक न्यायाधीष राजस्थान उच्च न्यायालय तथा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष ने मानव, पशु पक्षियों के जीवन में पेड़ो की महत्ता को देखते हुए हरित न्याय की अवधारणा दी है। उन्होंने कहा कि पेड़ पौधे वन्यजीव प्रकृति का वरदान है। हरित न्याय को प्रत्येक गांव, पंचायत तथा शहर तक लीगल वाॅलिन्टियर्स के माध्यम से पहुंचाकर आमजन को पेड़ पौधों के संरक्षण के लिए जागरूक करें। उन्हांेने कहा कि उच्चतम तथा उच्च न्यायालय के कार्य केवल न्याय व्यवस्था करना नहीं है बल्कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 21 में दिए गए मूल अधिकार की रक्षा करना भी है। इसके साथ-साथ पेड़ लगाकर अपने आस पास के वातावरण को स्वच्छ एवं हरा भरा बनाना हमारा नैतिक दायित्व भी है। क्योंकि वृक्ष न सिर्फ हमे आॅक्सीजन प्रदान करते है बल्कि वर्षा करने में भी सहायक है। उन्होंने कहा कि पौधारोपण ग्लोबल इषू है क्योंकि पेड़ नहीं होंगे तो हम सबका जीवन संकट में पड़ जाएगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 365 दिन में से कुछ दिन निकाल कर पेड़ लगाने एवं उनके संरक्षण के लिए बिताएं। उन्होंने कहा कि पेड़ों का हम अपनी संतान के समान पालन पोषण व संरक्षण करेंगे तो एक दिन पेड़ हमारी संतानों की जीवन का आधार होंगे। उन्होंने कहा कि वनो का संरक्षण केवल प्रषासन वन विभाग का दायित्व नहीं है बल्कि हम सबका है। उन्होंने कहा कि वनों तथा वन्यजीव के संरक्षण, वायु प्रदूषण को कम करने, ठोस कचरा प्रबंधन के लिए हरित प्राधिकरण का गठन किया गया है। हम न सिर्फ वनों में बल्कि अपने आस पास के क्षेत्रों और घरो में भी पौधे लगाकर उनका संरक्षण करें।
न्यायधिपति राजस्थान उच्च न्यायालय एवं संरक्षक न्यायाधीष समीर जैन ने कहा कि पेड़ पौधे तथा नदी नालों को जीवित व्यक्ति के समान ही संज्ञा दी गई है। पेड़ों को लगाना तथा उनकी सार संभाल संरक्षण करना कोई छोटा काम नहीं है यह प्रकृति के संरक्षण एवं उसके संवर्धन का अनूठा कार्य है जिसमें हम सबकी भागीदारी सुनिष्चित होनी चाहिए। उन्हांेने कहा कि वन महोत्सव स्थल पर न सिर्फ पौधे लगने चाहिए बल्कि उनकी सार संभाल के लिए अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए।
जिला विधिक सेवा प्राधिरण के अध्यक्ष एवं जिला एवं सैषन न्यायाधीष अतुल कुमार सक्सैना ने कहा कि पेड़ों के अत्याधिक कटने तथा खनिजों के अधिक दोहन से प्राकृतिक असंतुलन पैदा हो गया है जिससे आए दिन बाढ़, भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाएं आम हो गई है। उन्होंने कहा कि पेड़ों के लगाने की इस जग में हम सब अपनी आहूति दे और हम सब मिलकर हरित न्याय की अवधारणा को फलीभूत करें। उन्होंने इस दौरान सभी अतिथियों, न्यायिक, प्रषासनिक, वन विभाग के अधिकारियों, अभिभाषक संग के पदाधिकारियों, अधिवक्ताओं, गैर सरकारी संगठनों के सदस्यों, होटल एसोसिएषन पदाधिकारियों, गाइड्स तथा ग्रामीणों का कार्यक्रम में उपस्थित होने पर धन्यवाद ज्ञापित किया।
इस दौरान जिला कलेक्टर, जिला पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अगरवाला, उप वन संरक्षक, न्यायाधीश पारिवारिक न्यायालय सवाई माधोपुर सुशील कुमार पाराशर, न्यायाधीश मोटर वाहन दुर्घटना दावा अधिकरण सवाई माधोपुर पंकज नरूका, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सवाई माधोपुर की सचिव श्वेता गुप्ता, अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश सवाई माधोपुर महेन्द्र कुमार ढाबी, अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश संख्या-01 गंगापुर सिटी प्रमोद कुमार शर्मा, विशिष्ट न्यायाधीश अ.जा./अ.ज.जा.(अ.नि.) प्रकरण सवाई माधोपुर पल्लवी शर्मा, मुख्य न्यायिक मजिस्टेªट सवाई माधोपुर भावना भार्गव, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्टेªट सवाई माधोपुर कृष्णा राकेश कांवत, मुख्य न्यायिक मजिस्टेªट गंगापुर सिटी अनिता चैधरी, प्रिन्सीपल मजिस्टेªट किशोर न्याय बोर्ड सवाई माधोपुर अरविन्द कुमार यादव, अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्टेªट बौंली नगेन्द्र मीना, न्यायिक मजिस्टेªट खण्डार श्वेता अग्रवाल, न्यायिक मजिस्टेªट सवाई माधोपुर अंजना अग्रवाल, अतिरिक्त न्यायिक मजिस्टेªट सवाई माधोपुर हिमांशु गर्ग, न्यायिक मजिस्टेªट बामनवास सुश्री अंशिका दिनकर, न्यायिक मजिस्टेªट चैथ का बरवाडा माधवी मोदी, न्यायाधिकारी ग्राम न्यायालय गंगापुर सिटी नेहा वर्मा, न्यायिक मजिस्टेªट गंगापुर सिटी अभिमन्यू सिंह, अतिरिक्त न्यायिक मजिस्टेªट संख्या-02 गंगापुर सिटी सुश्री आकांश मीना उपस्थित रहे।


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