दो दिवसीय सनातन संस्कृति महासम्मेलन का समापन


प्रथम दिन 1004 जोड़े और दूसरे दिन 1008 जोड़ने कुल 2012 जोड़े,साधु संत, महात्मा,मनीषी, विद्वान,चिंतक, समाजसेवी व राजनेताओं ने यज्ञ में आहुतियां दी

कलश यात्रा में 500 से ज्यादा महिला शक्ति

कुशलगढ़| महर्षि दयानंद सरस्वती के 200 वी जयंती के उपलक्ष्य में धर्मरक्षा महायज्ञ ओर सनातन संस्कृति महासम्मेलन का दो दिवसीय विराट पितृ महायज्ञ में कलश यात्रा में 500 से ज्यादा महिला ने शिर पर कलश लेकर यात्रा की। प्रथम दिन 1004 जोड़े और दूसरे दिन 1008 जोड़ने कुल 2012 जोड़े,साधु संत, महात्मा,मनीषी, विद्वान,चिंतक, समाजसेवी व राजनेताओं ने यज्ञ में आहुतियां दी। जो कुशलगढ के इतिहास में प्रथम बार ऐसा ऐतिहासिक आयोजन किया गया। सभी सनातनी समाज इस कार्य में तन मन धन से जुड़े हुए थे। आर्य वीर शक्ति प्रदर्शन सांस्कृतिक कार्यक्रम भजन संध्या भजन मंडली ओर महा सम्मेलन के बाद महायज्ञ की पूर्णाहुति की गई।


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