अध्यक्षा पर अपने सगे संबंधियों को सफाई कर्मी के पद पर नियुक्त करने का लगाया आरोप
सभासद ने संपूर्ण समाधान तहसील दिवस पर शिकायती पत्र देकर किया जांच की मांग
प्रयागराज। भ्रष्टाचार का वायरस नगर पंचायत शंकरगढ़ में ऊपर से लेकर नीचे स्तर तक के कर्मचारियों में फैला हुआ है। ड्यूटी पर ना आने वाले कर्मचारियों की हाजिरी लगाकर उसका मानदेय व वेतन निकलवाया जा रहा है। नगर पंचायत में भ्रष्टाचार चरम पर है यहां हर दिन एक नया मामला सामने आ रहा है। बिना ड्यूटी और मनचाहे स्थान पर कर्मचारियों की ड्यूटी के नाम पर मोटी रकम वसूली जाती है। नगर पंचायत अध्यक्षा व अधिशासी अभियंता की मनमानी पर वार्ड नंबर 8 के सभासद मोहित लाल ने संपूर्ण समाधान तहसील दिवस पर शिकायती पत्र देते हुए जांच की मांग की है। बताया गया कि कई ऐसे कर्मचारी हैं जो ड्यूटी पर आते ही नहीं मगर उनका वेतन निकलता रहता है। वैसे तो नगर पंचायत शंकरगढ़ हमेशा चर्चाओं में बना रहता है कभी सफाई की अव्यवस्था को लेकर तो कभी विकास कार्यों में निर्माण जैसे भ्रष्टाचार को लेकर। सभासद ने आरोप लगाते हुए कहा कि बिना साफ सफाई किए नगर पंचायत में अध्यक्षा व अधिशासी अधिकारी की मिली भगत से पार्वती कोटार्य के द्वारा अपने सगे संबंधियों को नगर पंचायत में सफाई कर्मी के पद पर नियुक्त कर मोटी रकम वसूली जा रही है और आपस में बंदर बांट किया जा रहा है। ऐसे में सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर ड्यूटी न करने वाले कर्मचारियों को किसका संरक्षण प्राप्त है। बता दें कि अभी हाल ही में चपरासी के पद पर कार्यरत कर्मचारी की शिकायत शंकरगढ़ निवासी समाजसेवी घनश्याम केसरवानी ने जनसुनवाई के दौरान जिला अधिकारी प्रयागराज से की थी बावजूद उसके ऊपर किसी प्रकार की कार्यवाही ना करते हुए वेतन दिया जा रहा है जो जांच का विषय है। सभासद ने आगे बताया कि नगर पंचायत में सफाई कर्मी के पद पर सगे संबंधियों की नियुक्ति होने से यह लोग कभी भी नगर पंचायत में कार्य करने नहीं आए इसके बावजूद भी इन लोगों की नियुक्ति के बाद अध्यक्षा व अधिशासी अधिकारी की मिली भगत से प्रत्येक माह का वेतन भी दिया जा रहा है जो जांच का विषय है।