श्री बाबा धाम पर महाशिवरात्री पर उमड़ा जन सैलाब

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ऋण मुक्तेश्वर गौरी शंकर महादेव का किया विशेष श्रृंगार

भीलवाड़ा। (पंकज पोरवाल) श्री बाबाधाम पर अध्यक्ष विनीत अग्रवाल के सानिध्य में महाशिवरात्रि श्रद्धा एवं उल्लास के साथ मनाया गया। श्री बाबाधाम मंदिर पर ऋण मुक्तेश्वर गौरी शंकर महादेव का विशेष श्रृंगार किया गया। इस स्थान की ऐसी महिमा है कि गौरीशंकर का शिवलिंग एक साथ है जो कि भारत में पहला शिवलिंग है। इसमें माता गौरी लाल रंग में तथा शिवजी हरे रंग में एक ही शिवलिंग में विद्यमान है ऐसा शिवलिंग भारत में नहीं है। यह शिवलिंग हरिद्वार के ब्रम्हकुण्ड से श्री बाबा को प्राप्त हुआ था। यह चमत्कारिक एकमात्र गौरीशंकर शिवलिंग श्री बाबाधाम पर स्थापित हुआ। यह शिवलिंग पर प्रत्येक गुरूवार को भक्तो के द्वारा चने की दाल चढ़ाई जाती है जिससे पितृऋण, मातृऋण, सखाऋण, नकदऋण से मुक्ति मिलती है। चने की दाल मंदिर की तरफ से निःशुल्क उपलब्ध रहती है। श्री बाबाधाम पर शिव दरबार को विशेष आकर्षक, रंग बिरंगी, झिलमिल मनमोहक लाईटिंग और फल-फूलों से सजावट की गयी। श्री बाबा धाम मंदिर में सुबह से ही भक्तों का तांता लग गया। हर-हर महादेव, ऊँ नमः शिवाय की गुंज के साथ जलाभिषेक रूद्राभिषेक, हवन पूजा की गई। इसके अलावा भगवान के बिल्व पत्र, आक के फूल, धतूरा आदि से पूजा की गई। साथ ही सुगन्धित इत्र, जल, दूध, पंचामृत, गन्ने का रस, फलों का रस आदि से शिव भगवान का अभिषेक किया गया। श्री बाबाधाम के पण्डित योगेन्द्र शर्मा, पं. शिवप्रकाश जोशी व पं. गोविन्द गौतम द्वारा मंत्रोच्चारण के साथ अभिषेक व हवन पूजा किया गया। महाशिवरात्रि पर चार प्रहर की पूजा अर्चना की गयी, पहले प्रहर में पंचामृत और दूध से, दूसरे प्रहर में गन्ने के रस से, तीसरे प्रहर में फलांे के रस से, चौथे प्रहर मे पंचामृत आदि द्रव्यों से किया गया। श्री बाबा धाम मंदिर में सुबह से ही भक्तों के महादेव की भक्ति मे रम गये। पूरे मंदिर प्रांगण मे हर-हर महादेव, भोले बाबा के जयकारे गुंजने लगे। सांयकाल 4.15 बजे से 1008 किलो. दुध का सहस्त्र धारा, रूद्राभिषेक प्रारम्भ हुआ जो कि सांयकाल 7.15 बजे तक चला। हजारों भक्तों ने ऋण मुक्तेश्वर गौरी शंकर महादेव के रूद्राभिषेक के साथ बोले ओम भोले नाथ, ऊँ नमः शिवाय, हर हर महादेव, जय हो भोले बाबा की जय भावनाओ के साथ सहस्त्र धारा अभिषेक किया। सभी भक्त खाली हाथ श्रद्धा के साथ आये थे दुध की व्यवस्था वहीं मंदिर प्रांगण में निःशुल्क की गयी। सहस्त्र धारा रूद्राभिषेक व विशेष सज्जा के साथ महाआरती हुई। इस आरती के पश्चात् सभी भक्तो को ठण्डाई प्रसाद बांटा गया। सभी सेवादारों द्वारा सेवाऐं दी गई। हजारों भक्तों के आने के बाद भी सभी भक्तजनों को आराम से दर्शन, व सहस्त्रधारा रूद्राभिषेक आसानी से किया और पुनः मंदिर प्रांगण में भोले के साथ जय माता दी, जय बाला की, जय बाबा के घोष गुंजे। इस महाशिवरात्री महोत्सव में हजारों भक्तो ने पधारक धर्म का लाभ लिया।


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