महाराजा सूरजमल के चचेरे भाई थे ठा.सार्दुल सिंह
भरतपुर रियासत का सबसे बडा ठाकुर परिवार
भरतपुर| रिसायत के संस्थापक महाराजा सूरजमल के पिता राजा बदन सिंह के भाई व हलैना के संस्थापक ठाकुर अतिराम सिंह के पुत्र ठाकुर सार्दुल सिंह ने साल 1711 में हलैना से जाकर अरावली पर्वतमाला श्रेणी तथा जयपुर रियासत की सीमावर्ती गांव पथैना की स्थापना की। जिनके चैदह पुत्र थे और आज भरतपुर रियासत का जनसख्यां में सबसे बडा ठाकुर परिवार है। ठाकुर परिवार ने गांव पथैना में संस्थापक ठाकुर सार्दुल सिंह की भव्य व विशाल आकार की प्रतिमा लगाने का निर्णय लेकर स्थान का चयन किया। ये प्रतिमा श्री धीरज बाबा मेला स्थल पर लगेगी। प्रतिमा तैयार करने में जयपुर के दो दर्जन से अधिक कारीगर जुटे हुए है। जबकि गांव के श्री बिहारी जी महाराज चैक पर ठाकुर सार्दुल सिंह की प्रतिमा लगी हुई है। अब लगने वाली प्रतिमा दूसरी होगी। गांव के पंच-पटेल ने प्रतिमा तैयार कर रहे कारीगरों से वार्ता कर प्रतिमा का अवलोकन किया और सभी ने निर्माणाधीन प्रतिमा की सराहना की। गांव पथैना निवासी ठाकुर दर्याव सिंह,ठाकुर अत्तरसिंह, ठाकुर तेज सिंह,ठाकुर पुरूषोत्तम सिंह,ठाकुर भूपेन्द्र सिंह,दामोदर पहलवान,सुमरन सिंह आदि ने बताया कि गांव के लोगों ने संस्थापक ठाकुर सार्दुल सिंह की दूसरी प्रतिमा लगाने का निर्णय लिया गया। जिस प्रतिमा को भूमिया बाबा धीरज सिंह मेला स्थल पर लगाया जाऐगा। जबकि गांव में सार्दुल सिंह की पहली प्रतिमा श्री बिहारी जी महाराज मन्दिर के पास सार्दुल चैक पर लगी हुई है। प्रतिमा को तैयार करने के लिए दो दर्जन से अधिक कारीगर लगे हुए है। अभी प्रतिमा का कार्य करीब 80 प्रतिशत पूरा हुआ है।
– ठाकुर सार्दुल सिंह के थे 14 पुत्र
पथैना के संस्थापक ठाकुर सार्दुल सिंह के 14 पुत्र थे,सभी योद्वा व हिन्दुवादी एवं विदेशी व मुस्लिम शासकों के कट्टर विरोधी थे। सभी को मातृभूमि,नारी सम्मान,वन सम्प्रदा व गौवंश रक्षा,गरीब की मदद करना पंसन्द था। आज भी सभी पुत्रों के नाम से गांव कोठी है। गांव के राॅकी सिंह व केसरी सिंह ने बताया कि संस्थापक ठाकुर सार्दुल सिंह के 14 पुत्र थे,जो किसन सिंह,धीरज सिंह,सुजान सिंह,मेद्य सिंह,देवी सिंह,रतन सिंह,पोप सिंह,अजीत सिंह,जोत सिंह,किरत सिंह, बजेन्द्र सिंह,सन्तोष सिंह,रण सिंह,भीम सिंह थे।
– सात हजार से अधिक जनसख्यां
गांव पथैना में ठाकुर सार्दुल सिंह और उनके 14 पुत्रों की साल 1711 से आज तक करीब 400 से अधिक परिवार है। जिनकी सात हजार से अधिक जनसंख्या है। जो भरतपुर रियासत के महाराजा सूरजमल वंश का सबसे बडा परिवार है। गाव के बृजेश कुमार सरपचं,सत्येन्द्र सिंह पूर्व जिला परिषद सदस्य व पप्पू मुल्ला सरपचं बताते है कि पथैना महाराजा सूरजमल वंश के ठाकुर सार्दुल सिंह के परिवार की आज सख्यां 7 हजार से अधिक है। प्रत्येक घर में आर्मी का सैनिक,अधिकारी,राजस्थान,दिल्ली,यूपी आदि राज्य की पुलिस में सिपाही लगा हुआ है। गांव को फौजी व सिपाही का गांव कहते है। क्यू की हर घर में फौजी व सिपाही है।
– महाराजा सूरजमल के प्रिय थे सार्दुल सिंह
भरतपुर रियासत के संस्थापक महाराजा सूरजमल के सबसे प्रिय पथैना के संस्थापक ठाकुर सार्दुल सिंह एवं उनके पुत्र थे। महाराजा सूरजमल जहां भी जाते वे अपने साथ सार्दुल सिंह को अवश्य ले जाते थे। क्यूकि सार्दुल सिंह योद्वा,देश व मातृभूमि भक्त थे और विदेशी शासकों के कट्टर विरोधी थे। साथ ही ये सत्य का साथ देते और असत्य का नही।