जडखौर धाम सेवा संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को सौंपा ज्ञापन
डीग 5 जून – डीग – कामां सड़क मार्ग स्थित गांव सेऊ से जडखोर के रास्ते जडखोर, हनुमान मंदिर, कामधेनु गौशाला,मोनाका होते हुए खोह तक क्षतिग्रस्त सड़क मार्ग को लेकर रविवार को जडखोर धाम सेवा संघर्ष समिति के सदस्यों द्वारा मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम एसडीएम रवि कुमार गोयल को ज्ञापन सौंपा है। समिति के सदस्य सतीश चंद्र मोरिया ने जानकारी देते हुए बताया कि साल 2008- 9 में साधु-संत आमजन द्वारा ब्रज की धरोहर पर्वतों को खनन से बचाने के लिए वर्षों आंदोलन चलाकर इन सभी गैर मुमकिन पर्वतों को सरकार द्वारा रातों-रात 12 फरवरी 2008 को वन विभाग को आवंटित कर दिया था ।साथ ही यह भी आदेश दिए कि समस्त गैर मुमकिन पहाड़ों को आनन-फानन में ही वन विभाग को हस्तांतरित कर दिया गया है ।ताकि कोई राज कार्य में बाधा ना पहुंचाएं ।वन क्षेत्र में पहले से ही मौजूद सरकारी, गैर सरकारी, सार्वजनिक स्थल, निवास ,तालाब जो भी गैर वनस्पतिक वस्तु है ।उन्हें एक कमेटी गठित कर चिन्हित किया जाएगा ।सरकार द्वारा गठित कमेटी में यह कहा गया कि राजस्थान फॉरेस्ट एक्ट 1953 – 1953 की एक्ट संख्या 13 की धारा 29 की उप धारा 3 के अंतर्गत शक्तियों का प्रयोग करते हुए सरकार इनके द्वारा फॉरेस्ट सेटेलमेंट ऑफिसर असिस्टेंट फॉरेस्ट सेटलमेंट ऑफिसर को पूर्वोक्त वन भूमि अथवा बंजर भूमि में या उन पर सरकारी तथा व्यक्तिगत अधिकारों की जांच कर उन्हें लेखबद्ध करने के लिए नियुक्त करती है ।इन सब आदेशों के बाद भी आमजन को सड़क सहित अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
इस दौरान ज्ञापन देते समय मोहन सिंह सेऊ, इंदल सिंह ,हरवीर सिंह, रामदयाल, लेखराज, परमानंद ,सुभाष चंद्र ,मदन दरोगा आदि मौजूद थे।
अमरदीप सेन