कलक्ट्रेट के सामने पत्रकारों ने आईएफडब्ल्युजे के बैनर तले दिया धरना, सादुलपुर विधायक ने पत्रकारों की मांग विधानसभा में उठाने का दिया आश्वासन
चूरू। चूरू जिला मुख्यालय पर कलेक्ट्रेट के सामने सोमवार , पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करने सहित सात सुत्रीय मांगों को लेकर जिलेभर के पत्रकार एक जाजम पर नजर आये।
पत्रकार संगठन आईएफडब्ल्यूजे के बैनर तले लामबंद पत्रकारों ने अपनी मांगों के सर्मथन में नारेबाजी कर प्रर्दशन भी किया। मुख्यमंत्री राजस्थान सरकार के नाम उन्होेने 7 सुत्रीय मांग पत्र एडीएम उत्तम सिंह शेखावत को सौंपा। इस दौरान सादुलपुर विधायक मनोज न्यांगली ने ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर पत्रकारों की वाजिब मांगों को विधानसभा में उठाने का आश्वासन दिया।
ज्ञापन में पत्रकार सुरक्षा कानून तत्काल प्रभाव से लागू करने, जिला एवं तहसील स्तर पर पत्रकारों को आवासीय भूखण्ड, अधिस्वीकरण के नियमों व प्रक्रियाओं आदि का सरलीकरण, समस्त पत्रकारों को मेडिकल सुविधा व बीमा देने, सार्वजनिक और सरकारी अधिकारियों के लिए पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिए कमेटियों में स्थानीय पत्रकारों को स्थान देने, जनसंपर्क कार्यालय/निदेशालय में पत्रकारों के लंबित प्रकरणों का निस्तारण शीघ्रतिशीघ्र किया जाए एवं पत्रकारों द्वारा प्रस्तुत प्रकरणों का निस्तारण अवधि तय करते हुए जवाबदेही तय करने, जिला एवं तहसील स्तर के अधिकारियों से किसी भी समय मिलने की छूट प्रदान करने की मांग की गई। धरनास्थल पर शहर के प्रबद्धजनो ने पहुंचकर अपना सर्मथन दिया। धरने को सम्बोधित करते हुए वरिष्ठ पत्रकार जेपी जोशी ने कहा कि आज पत्रकारों को अपनने अधिकारों के लिये जागरूक होेने की आवश्यकता है। वरिष्ठ पत्रकार देवराज लाटा ने कहा कि पत्रकार सुरक्षा कानून आईएफडब्ल्यूजे के मसौदे के आधार पर तैयार कर राज्य में लागू किया जाए। आईएफडब्ल्युजे जिलाध्यक्ष नरेन्द्र शर्मा ने कहा कि पत्रकार सुरक्षा कानून को लेकर प्रान्तीय आव्हान पर पोस्टकार्ड अभियान शुरू किया जायेगा। उपाध्यक्ष मनोज शर्मा ने कहा कि पत्रकारों को अपने हितों के लिये संर्घष करना पडेगा। सचिव अमित तिवारी ने पत्रकारों की एकजुटता की बात को दौहराते हुए जिला एवं तहसील स्तर पर आवासीय भूखण्ड की मांग की। प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य मुरली बोचीवाल ने कहा कि जल्द ही पत्रकारों का सम्भाग स्तरीय कार्यक्रम करवाया जायेगा जिसमें पत्रकारों के हितों पर चर्चा की जायेगी। पत्रकार राजेन्द्र सिंह शेखावत ने कहा कि पत्रकारों के इस संर्घष में आमजन भी अपनी सहभागिता निभा रहा है। पत्रकार कूंज बिहारी बिरमीवाला ने कहा कि मीडिया की स्वतंत्रता के लिये वर्तमान में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू करना नितान्त जरूरी है। राजगढ के पत्रकार कृष्ण फगेडिया ने कहा कि पत्रकारों के हितों को तभी हासिल किया जा सकता है जब सभी पत्रकार अधिकारों के लिये एकजुटता से संर्घष करेंगे। सरदारशहर के पत्रकार मुन्नालाल राव ने कहा कि पत्रकारों को आपसी मनमुटाव भुलाकर लामबन्द होना होगा तभी अपने हितों को साधा जा सकता है। पत्रकार राधेश्याम चोटिया, बीरबल नोखवाल, गिरधारीलाल सैनी ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जब महाराष्ट्र व छत्तीसगढ़ में पत्रकार सुरक्षा कानून लागू हो सकता है तो राजस्थान में क्यों नहीं। धरने को पत्रकार नवरतन प्रजापत, नरेश भाटी, नरेश पारीक, पवन शर्मा, पत्रकार गजेन्द्र सिंह चौहान, सुरेश शर्मा, दीनदयाल लाटा, मनोज दर्जी, मनीष पांडिया, रूस्तम खान, मदनमोहन आचार्य, अश्विनी भार्गव, शंकर कटारिया, नरेश पारीक, मोहम्मद अली पठान, ललित चौहान, विनोद गौतम, विजय सारस्वत, दीपक सैनी, पंकज शर्मा, शेलेन्द्र सोनी, किशोर धांधू, जमील चौहान, हेमन्त सिंहाग, विकास मील, हर्ष लाम्बा, दिनेश घण्टेल, विजय गोठवाल, संजय गोयल ने भी सम्बोधित किया।