टिगरिया में चार दिन से पेयजल आपूर्ति ठप, जिम्मेदारों की आखें बंद
बौंली, बामनवास। समीपवर्ती ग्राम टिगरिया में पिछले चार-पांच दिन से पेयजल आपूर्ति ठप पड़ी है। लोगों को पीने के पानी के लिए खाली बर्तन लेकर इधर-उधर भटकते देखा जा सकता है। पानी नहीं होने के कारण खाली बर्तन घरों में घनघना रहे है। गांव में पेयजल आपूर्ति ठप होने के कारण इंसानों से लेकर जीव-जंतु, पशु-पक्षी एवं जानवरों के कंठ सूख रहे है। लेकिन जिम्मेदारों ने आंखे मूंद रखी है। पेयजल विभाग के गैर-जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता स्थानीय लोगों पर भारी पड़ रही है। विद्युत लाइन में फॉल्ट एवं मोटर खराब होना बताकर जिम्मेदार अधिकारी पेयजल व्यवस्था ठप होना का कारण बता रहे हैं। पेयजल आपूर्ति नहीं होने के कारण ग्रामीणों में आक्रोश व्याप्त है। स्थानीय निवासी घनश्याम डीलर, दीपक सांगला, मनराज मीणा एवं सचिन घुणावत ने बताया कि स्थानीय आपूर्ति से जुड़े कार्मिकों में आपसी समन्वय स्थापित नहीं होना भी एक महत्वपूर्ण कारण है। जिस कारण हर दिन मोटर जलने, विद्युत लाइन में फॉल्ट आने, लाइट में कम वोल्ट आना जैसी अन्य कई समस्याएं बताकर अचानक पेयजल आपूर्ति बंद कर देते है और स्वयं दिनभर चाय की थडियों पर गप्पे लड़ाते रहते है। साथ ही पंप कार्मिकों द्वारा गांव में पेयजल आपूर्ति का समय निर्धारित नहीं है। मनमर्जी के मुताबिक पानी सप्लाई चालू कर देते है। जिस कारण पानी व्यर्थ बहने के साथ पानी भरने में गफलत पैदा हो रही है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि समस्या की जानकारी बामनवास सहायक अभियंता महेंद्र मीणा को विगत चार-पांच दिनों से देते आ रहे है। लेकिन उनके द्वारा भी उदासीनता बरती जा रही है। कोई ठोस कदम उठाने की बजाय उनके द्वारा समस्या को हर बार अनसुना किया जा रहा है। जिससे स्थानीय निवासियों में रोष व्याप्त है। स्थानीय निवासियों ने जिला प्रशासन से पेयजल आपूर्ति व्यवस्थित रूप से चालू कराए जाने की मांग की है।


1996 से लगातार पत्रकारिता कर रहे हैं। 1996 से दैनिक भास्कर में बौंली, बामनवास एवं सन 2000 में दैनिक भास्कर ब्यूरो चीफ गंगापुर सिटी। 2003 से पंजाब केसरी और वर्तमान में राष्ट्रदूत। अनेकों चैनल व अखबारों में कार्यरत हैं। आवाज आपकी न्यूज पोर्टल में पत्रकार हैं।