ऑनलाइन अश्लीलता के खिलाफ कदम उठाने एवं अश्लीलता नियंत्रण कानून लागू करने की मांग


अश्लीलता नियंत्रण कानून लागू करने की मांग

चौथ का बरवाड़ा 17 मार्च।  सोशल मीडिया पर इन दिनों अश्लील कंटेन्ट वाले वीडियो, द्विअर्थी संवादों वाले कॉमेडी रील्स इत्यादि की भरमार हैं। इसी क्रम मे म्हारो बरवाड़ो फाउंडेशन, चौथ का बरवाड़ा के सदस्यों ने सोशल मीडिया पर बढ़ती ऑनलाइन ‘अश्लीलता’ के खिलाफ कदम उठाने एवं ‘अश्लीलता नियंत्रण कानून’ लागू करने की मांग को लेकर एक 10 सूत्री ज्ञापन राष्ट्रपति के नाम स्थानीय उपखंड अधिकारी को सौंपा।
संस्था के समन्वयक अनेन्द्र सिंह आमेरा ने बताया की ऑनलाइन शिक्षण के नाम पर बच्चों को स्मार्टफोन देना या उपलब्ध करवाना और उसे हर वक्त डाटा उपलब्ध करवाना मां-बाप की मजबूरी बन चुकी है। अब अभिभावक शिक्षित हो या अशिक्षित, प्रत्येक क्षण अपने बच्चों की गतिविधियों पर नजर रखने से रहे, ऐसे में भारत में बढ़ता स्मार्ट फोन का बाजार मां-बाप के समक्ष नई चुनौतियां भी खड़ी कर रहा है। ऊपर से फेसबुक, यूट्यूब और पोर्न साइट्स पर परोसी जा रही अश्लीलता से परिस्थितियां गंभीर होती जा रही हैं।
जिस प्रकार आज धड़ल्ले से फेसबुक सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अश्लीलता परोसी जा रही है, वह भारतीय संस्कृति के मूल सिद्धांतों के खिलाफ है और भारत सरकार को निश्चित रूप से ऐसी साइट्स को तुरंत प्रभाव से ब्लॉक कर सख्त कानूनी प्रावधानों को समाज हित में लागू करना चाहिए, अन्यथा सोशल मीडिया बेलगाम हो जाएगा।
सुरेश खटाणा ने अश्लीलता नियंत्रण कानून’ लागू करने की आवश्यकता क्यों हैं इस विषय पर अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा की विभिन्न प्लेटफार्मों जैसे इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब और शॉर्ट वीडियो ऐप्स पर अश्लीलता और हिंसा से भरे वीडियो आसानी से उपलब्ध हैं, जो बच्चों की मानसिकता और व्यवहार को प्रभावित कर सकते हैं। बच्चे नाजुक मानसिकता के होते हैं और जो कुछ वे देखते हैं, उसका उनकी सोच पर गहरा असर पड़ता है। यदि वे लगातार अनुचित और अश्लील वीडियो देखते हैं, तो उनकी नैतिकता और सामाजिक मूल्यों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। अश्लील और भ्रामक कंटेंट देखने से बच्चों के अंदर अपरिपक्व व्यवहार विकसित हो सकता है, जिससे वे अनुचित भाषा और हिंसक प्रवृत्तियों की ओर आकर्षित हो सकते हैं।
इस दौरान संगठन के समन्वयक अनेन्द्र सिंह आमेरा , वरिष्ठ सदस्य सुरेश खटाणा, कान गुर्जर सहित अन्य मौजूद रहे।


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