जाल लगाने के बाद पानी पीने तालाब पर पहुँची गौवंश
बहरावंडा खुर्द 13 सितम्बर। रणथंभौर राष्ट्रीय अभयारण्य से 500 मीटर की दूरी पर बहरावंडा खुर्द के कमल सरोवर तालाब में कीटनाशक दवाई का छिड़काव करने से डेढ़ लाख जलीय जीवों का संहार होने के बाद मंगलवार को एक गाय ने जहरीले तालाब का पानी पीने से उसकी मौत हो गई। वहीं ग्राम पंचायत बहरावंडा खुर्द प्रशासन ने मृत गाय का पोस्टमार्टम करवाने एवं गड्डा खोदकर दफनाने की बजाय उसे तालाब से उठाकर रणथंभौर अभयारण्य के अवैध द्वारा पर ही डाल दिया। मृत गाय को अगर कोई बाघ व अन्य वन्य जीव उठाकर अभयारण्य में ले गया और खा गया तो अभयारण्य में संक्रमण फैलने की पूरी आशंका है।
कमल सरोवर पर जलीय जीवों की मौत एवं मंगलवार को तालाब का जहरीला हो चुके पानी के पीने से गाय की मौत के बाद प्रशासन हरकत में आया। खंडार तहसीलदार तुलसीराम शर्मा ने बहरावंडा खुर्द तालाब पर पहुंचकर उसका निरीक्षण कर तालाब की स्थितियों का जायजा लिया गया। उन्होंने तत्काल तालाब के चारों तरफ सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त करने के आदेश ग्राम पंचायत बहरावंडा खुर्द को दिए है।
तहसीलदार के आदेश के बाद ही ग्राम पंचायत के विकास अधिकारी रामावतार बैरवा मौके पर पहुंचे और सुरक्षा के नाम पर तालाब के समीप बने दो रास्तों पर सीसी रोड पर दो जगह छोटे छोटे स्थान पर तारबंदी करवाकर वापस लौट आए।
लोगों ने बताया कि तारबंदी के कुछ देर बाद ही एक सूनी गाय तालाब पर पानी पीने चली गई थी। मौके पर तालाब पर बने भू – अभिलेख केंद्र पर मौजूद पटवारी मूलसिंह शेखावत ने तालाब पर मौजूद लोगों को ले जाकर गाय को कड़ी मशक्कत के बाद तालाब परिसर से बाहर निकाला। ग्रामीणो ने तहसीलदार को फोन पर गाय के तालाब पर जाने की सूचना दी। इस पर तहसीलदार ने पंचायत को चारों तरफ तारबंदी करने के लिए ग्राम विकास अधिकारी को फोन पर पुनः निर्देशित किया बताया। जिसके बाद ग्राम पंचायत विकास अधिकारी ने तालाब के चारों तरफ पोल गढ़वाकर तारबंदी का कार्य शुरू किया।