भगवान श्री कृष्ण की लीला स्थली कदमखंडी धाम में लगा श्रद्धालुओं का मेला
नदबई. उपखंड क्षेत्र के गांव ऐचेरा स्थित भगवान श्री कृष्ण की लीला स्थली के रूप में विख्यात श्री कदम खंडी धाम पर पुरुषोत्तम मास के उपलक्ष्य में श्री कदमखंडी धाम विकास सेवा समिति (युवा संगठन) एवं समस्त ग्रामवासियों के तत्वाधान में 1 अगस्त 2023 से 16 अगस्त 2023 तक मेले का आयोजन किया जा रहा है ।दूर दराज क्षेत्रों एवं कई प्रांतों तक ख्यातिप्राप्त श्री कदमखंडी धाम में बहुत दूर दूर से श्रद्धालु अपनी मनोकामना लेकर श्रद्धा भाव से परिक्रमा करने आ रहे हैं। साथ ही मेले का आनंद भी उठा रहे हैं ।आयोजित कार्यक्रमों में धाम पर रामलीला का मंचन भी संचालित है। भक्तगण रामलीला मंचन का श्रव्य व दृश्यआनंद की अनुभूति प्राप्त कर रहे हैं ।श्री कदमखंडी धाम में स्थित हजारों वर्ष प्राचीन सिद्ध समाधियों के दर्शन कर श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूर्ण हो रही हैं।
मंदिर परिसर में स्थित पीपल के वृक्ष में होते हैं प्रभु छवि के दर्शन
जिस स्थान पर श्री कृष्ण भगवान लीलाएं किया करते थे उसी चबूतरे के पास स्थित एक विशाल पीपल का वृक्ष है। जिसमें साक्षात श्री कृष्ण भगवान की आकृति उभरी हुई है। साथ ही शेषनाग सहित भगवान गणेश जी के छविदर्शन भी वृक्ष में नजर आते है। इसी वृक्ष के चमत्कारिक दर्शनों के लिए दूर-दूर से भक्त गण आते हैं, और दर्शन लाभ प्राप्त कर अपनी मनोकामना पूर्ण करते है।
435 बर्ष पूर्व तक भगवान श्री कृष्ण ने की थी लीलाए
क्षेत्र के बुजुर्गो ने बताया कि
करीब 435 वर्ष पूर्व तक यहां कृष्ण भगवान ने लीलाएं की थी।एक समय भगवान श्री कृष्ण की लीलाएं चल रही थी। उसी समय एक बुढ़िया माता ने रात्रि में उनके दर्शन कर लिए। भगवान अंतर्यामी हैं उनको पता चला कि आज हमें किसी ने देख लिया है ,तो उन्होंने उस बुढ़िया को बुलाया और कहा कि आपको क्या चाहिए जो आपने हमारी लीलाएं देखी है, तो उन्होंने पुत्र प्राप्ति की कामना की, आज भी उस परिवार को क्षेत्र में रामठगा के नाम से जाना जाता है।
जिस समय यहां लीलाएं हुआ करती थी उस समय जितने भक्त वहां आरती व भजन ध्यान करने जाते थे उनके लिए उतने ही दोनों में खीर खाड़ का प्रसाद मिलता था। और आज भी कदम के पेड़ों में श्रावण मास में या अधिक मास में जो व्यक्ति भक्ति भाव में लीन होता है उसको श्री राम, सीता राम सहित श्री कृष्ण की आकृति कदम के पेड़ की छाल के अंदर दिखाई पड़ती हैं।।