भागवत कथा में श्रद्धालुओं ने किए कृष्ण बाल स्वरूप के दर्शन, भजनों से गूंजा पांडाल
नदबई|नदबई तहसील के गांव करीली में चल रही श्रीमद् भागवत कथा समारोह के अंतर्गत शनिवार को श्री कृष्ण जन्मोत्सव बड़े ही भक्ति और दिव्यता के साथ मनाया गया। पूरा पंडाल कृष्णमय हो उठा और वातावरण “नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल की” जैसे जयकारों से गूंज उठा।
कथा स्थल को विशेष रूप से सजाया गया था। रंग-बिरंगे गुब्बारे, फूलों की लड़ी और विद्युत झालरों से सुसज्जित पंडाल को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था मानो वृंदावन स्वयं वहां प्रकट हो गया हो। बाल स्वरूप में भगवान श्रीकृष्ण की झांकी सजाई गई, जहां दर्शन मात्र से ही श्रद्धालु भावविभोर हो उठे।
कथा वाचक पंडित राधावल्लभ शास्त्री ‘बृजवासी’ ने श्रीकृष्ण जन्म की लीला का वर्णन करते हुए कहा, “जब-जब धरती पर अधर्म बढ़ता है, तब-तब भगवान किसी ना किसी रूप में अवतरित होकर धर्म की स्थापना करते हैं। श्रीकृष्ण का अवतरण भी अन्याय और पाप के अंत के लिए हुआ।” उन्होंने भक्तों से जीवन में प्रेम, करुणा और सत्य के मार्ग पर चलने का आह्वान किया।
जन्मोत्सव के दौरान पूरे पंडाल में जयघोष की गूंज सुनाई दी। भजन मंडली द्वारा “जय कन्हैया लाल की” और “गोविंद बोलो, हरि गोपाल बोलो” जैसे भजनों ने समां बांध दिया। बच्चे, महिलाएं, बुजुर्ग सभी भक्ति भाव में झूमते नजर आए।
करीली गांव ही नहीं, बल्कि आसपास के गांवों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु कथा में सम्मिलित होने पहुंचे। श्रद्धालुओं ने कथा व भजनों का रसपान किया और भगवान के बाल स्वरूप के दर्शन कर स्वयं को धन्य महसूस किया।