भीलवाड़ा के सिंधी समाज के अग्रणी सेवा प्रकल्प झूलेलाल नवयुवक सेवा संस्थान के तत्वावधान में 51 श्रद्धालुओं ने भव्य धार्मिक यात्रा का आयोजन किया। इस यात्रा का नेतृत्व संस्थान के सेवाधारी अध्यक्ष हेमन दास भोजवानी ने किया, जिसमें 25 जोड़ों सहित कुल 51 श्रद्धालु शामिल हुए। इस यात्रा का प्रमुख उद्देश्य धार्मिक आस्था को प्रकट करना और विभिन्न पवित्र स्थलों के दर्शन करना था।
यह यात्रा रविवार को शुरू हुई, जिसमें श्रद्धालुओं ने राजस्थान के प्रमुख धार्मिक स्थलों के दर्शन किए। यात्रा की शुरुआत खाटू श्याम दरबार से हुई, जिसे भगवान श्याम का प्रमुख मंदिर माना जाता है। इसके बाद श्रद्धालु जयपुर के अमरापुर दरबार, माओटा सरोवर, गलता तीर्थ, जीन माता मंदिर, आमेर महल और किला, और प्राचीन श्री गणेश धाम के दर्शन के लिए रवाना हुए।
सभी धर्मस्थलों पर श्रद्धालुओं ने भजन-कीर्तन और जयकारे लगाए, जिससे माहौल भक्ति और आस्था से परिपूर्ण हो गया। श्रद्धालुओं ने अपनी धार्मिक भावनाओं को व्यक्त करते हुए भव्य तरीके से पूजा-अर्चना की और भजन-कीर्तन के साथ-साथ भावपूर्ण नृत्य में भी भाग लिया।
सिंधी समाज के प्रवक्ता मूल चंद बहरवानी ने बताया कि यात्रा के दौरान सभी श्रद्धालुओं ने अत्यधिक उत्साह और समर्पण के साथ धार्मिक आस्था को प्रकट किया। यात्रा के दौरान विभिन्न धर्म स्थलों के दर्शन से सभी श्रद्धालुओं ने धार्मिक ऊर्जा और आध्यात्मिकता का अनुभव किया। यात्रा का उद्देश्य समाज में धार्मिक एकता को बढ़ावा देना और समुदाय के लोगों को धार्मिक एवं आध्यात्मिक दृष्टिकोण से सशक्त करना था।
इस अविस्मरणीय धार्मिक यात्रा में प्रमुख श्रद्धालुओं में एम डी राम जानकी आसनानी, मनोज चाँदनी भोजवानी, मूलचंद बहरवानी, अनामिका बहरवानी, हेमनदास निर्मला भोजवानी, वासुदेव जानकी मोतियानी, ओम प्रकाश प्रगति बाबानी, सुरेश कुमार भोजवानी, कमल रश्मि हेमनानी, सुरेशकुमार मनीष पेशवानी, पुष्पादेवी बाबानी, विजय कोमल भोजवानी, रिया राजवानी, रवीना भोजवानी, अन्नू वाणी निहालानी, गोपाल थानवानी, हरीश राजवानी, रमेश सिमरन पमनानी, मनन भोजवानी, एंजल पमनानी, हार्दिक भोजवानी, अंजलि पेश्वानी सहित कई अन्य श्रद्धालु शामिल थे।
इन सभी ने धार्मिक स्थलों पर पूजा-अर्चना की और अपने जीवन में आध्यात्मिक उन्नति की कामना की। यात्रा के दौरान सभी श्रद्धालु भजन-कीर्तन और जयकारों में पूरी तरह से डूबे हुए थे, जिससे वातावरण में आध्यात्मिक ऊर्जा का संचार हो रहा था।
झूलेलाल नवयुवक सेवा संस्थान के अध्यक्ष हेमन दास भोजवानी ने बताया कि इस तरह के आयोजन समाज के सदस्यों को एकजुट करने और उनकी धार्मिक भावनाओं को प्रकट करने का महत्वपूर्ण माध्यम हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भविष्य में भी ऐसे और धार्मिक यात्राओं का आयोजन किया जाएगा ताकि समुदाय के सभी सदस्य धार्मिक और आध्यात्मिक यात्रा का अनुभव कर सकें।
यात्रा के अंत में, सभी श्रद्धालुओं ने इस यात्रा को अविस्मरणीय बताया और इसे अपनी धार्मिक यात्रा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा माना। उन्होंने कहा कि यह यात्रा न केवल एक धार्मिक अनुभव थी, बल्कि आध्यात्मिक उन्नति और आंतरिक शांति प्राप्त करने का एक अवसर भी था।