यश वुराइयां छोड़ने ओउमाश्रय सेवा धाम में श्रद्धालु हुए संकल्पित
“शस्त्रेण रक्षिते देशे शास्त्र चर्चा प़वर्तते ” क्षात्र शक्ति और वृह्म शक्ति समन्वय पर्व दशहरा पर आसुरी वृत्तियों को नष्ट कर दैवीय वृत्तियों की ओर बढ़ें -” यश” वुराइयां छोड़ने ओउमाश्रय सेवा धाम में श्रद्धालु हुए संकल्पित
जयपुर |शिव विहार कालोनी मुहाना जयपुर स्थित निराश्रित जन सेवा यज्ञ एवं संस्कारबान पीढ़ी निर्माण हेतु संकल्पित ओमाश्रय सेवा धाम में दशहरा पर्व के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई।
वैदिक चिंतक एवं ओउमाश्रय संचालक यशपाल यश ने कहा कि विजय दशमी ंआसुरी शक्तियों पर दैवीय शक्तियों की विजय दुख दुर्गुण दुर्व्यसनों पर तप साधना स्वाध्याय और ईश्वर समर्पण द्वारा मोक्षमयी जीवन के लिए संदेश है।यश ने कहा कि लौकिक दृष्टि से ” शस्त्रेण रक्षिते देशे शास्त्र चर्चा प़वर्तते” वृह्म शक्ति और क्षात्र शक्ति समन्वय द्वारा सुरक्षा के माहौल में शांति पूर्वक परम शांति की ओर अग्रसर होने का अनुकूल अवसर मिले। यश ने आसुरी वृत्तियों को छोड़ दैवीय वृत्तियों की ओर बढ़ने का आग्रह किया। ओउमाश्रय व्यवस्थापक डॉ प्रमोद पाल ने बताया कि इस अभियान में अनेक श्रद्धालु संकल्पित हुए हैं। ओउमाश्रय डॉ रामावतार गुप्ता डाक्टर सहज वर्मा श्रीमति डॉ सीमा संजय गुप्ता सी ए , माथुर, राजेश सिंघल
भगवान दास गर्ग बाडी श्रीमति तनुजा माथुर श्रीमति नूतन माथुर विश्वेश माथुर श्रीमति रेखा सोनी जी एस राजावत श्रीमति सन्तोष वर्मा श्रीमति शर्मिला राजावत सहित कई लोग मौजूद रहे।