उपचार करने पहुंचे देर से चिकित्सक व समय से पहले रवाना, निराश होकर मायूस बैरंग वापस लौटे कई दिव्यांगजन
प्रयागराज। जनपद के यमुनानगर विकासखंड शंकरगढ़ मुख्यालय में शनिवार को लगाया गया दिव्यांगकता जांच शिविर चिकित्सा विभाग एवं सामाजिक न्याय अधिकारिता विभाग की घोर अनदेखी की वजह से केवल औपचारिकता मात्र बनकर रह गया।शिविर सुबह 10:30 बजे से लगना था परिजनों के साथ दिव्यांग जन भी आए लेकिन डॉक्टरों की टीम समय से नहीं पहुंची। देर से पहुंचने वाले डॉक्टरों की टीम में डॉक्टर सुभाष चंद्र नेत्र रोग विशेषज्ञ, डॉ0 राधेश्याम मौर्य हड्डी विशेषज्ञ, डॉ0 संकल्प शुक्ला व डॉक्टर जयशंकर पटेल रहे। दिव्यांगजनों के परिजनों ने जानकारी देते हुए बताया कि लंबी दूरी तय करके समय सेआने के बाद भी लंबा इंतजार करना पड़ा जिसके चलते दिव्यांगों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ा।बावजूद उसके डॉक्टरों द्वारा अनमने ढंग से सिर्फ दिखावटी जांच की गई। विशेष पूछने पर डॉक्टरों की टीम द्वारा कहा गया कि सीएमओ ऑफिस चले जाओ यहां पर जांच यंत्र मौजूद नहीं है। मजे की बात तो यह है कि देर से आना और समय से पहले 3:30 बजे ही डॉक्टरों की पूरी टीम रवाना हो गई। दर्जनों दिव्यांगजन अपनी बारी की प्रतीक्षा करते रह गए शिविर आने वाले दिव्यांगों को मजबूरन यहां से बिना आवेदन अंततः निराश होकर बैरंग वापस लौटना पड़ा। खास वजह यह थी कि यहां दिव्यांगजनों का किसी भी तरह का मार्गदर्शन नहीं हुआ क्योंकि यहां कोई मार्गदर्शक मौजूद ही नहीं था। दिव्यांग शिविर सिर्फ फोटो खिंचवाने और अपनी पीठ थपथपाने तक सीमित रहा।आयोजित दिव्यांगों के यूआईडी बनाने और चिकित्सीय परीक्षण के लिए लगाया गया शिविर अवस्थाओं की भेंट चढ़ गया।