गंगापुर सिटी/नादौती, 26 सितम्बर | जिला कलक्टर डॉ. गौरव सैनी ने गुरुवार को नादौती उपखण्ड के सोप में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का औचक निरीक्षण किया|
जिला कलक्टर द्वारा स्वास्थ्य केंद्र में कार्मिकों की उपस्थिति, वार्ड, लैब, ओपीडी, लेबर रूम आदि का निरीक्षण कर साफ-सफाई, पेयजल, आधारभूत चिकित्सीय सुविधा, जांच उपकरणों की क्रियाशीलता आदि व्यवस्था की जायजा लिया गया| निरिक्षण के दौरान पीएचसी प्रभारी अधिकारी के अनुपस्थित पाए जाने पर नियमानुसार अनुशासनात्मक कार्यवाही के लिए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को आदेश दिए| साथ ही कार्मिकों को राज्य सरकार की मंशानुरूप गुड गवर्नेंस के सिद्धांतो के अनुरूप नियमित रूप से समय पर कार्यालय में उपस्थित रहकर अपने दायित्वों के निर्वहन के निर्देश प्रदान किये| इस दौरान उन्होंने चिकित्सालय स्थित वार्डों में जाकर पीड़ित मरीजों का हालचाल पूछा| साथ ही उनके परिजनों से अस्पताल में दिए जा रहे इलाज, मूलभूत चिकित्सा सुविधाओं की जानकारी ली।
जिला कलक्टर ने चिकित्सा अधिकारियों एवं नर्सिंग स्टाफ को निर्देशित किया कि वे संवेदनशीलता के साथ अस्पताल आए हुए रोगियों को समस्त जरूरी चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराएं| उन्होंने साफ-सफाई की व्यवस्था को दुरुस्त रखने के निर्देश संबन्धित चिकित्सा अधिकारियों एवं नर्सिंग स्टाफ को दिये|
निरीक्षण के दौरान विकास अधिकारी विक्रम सिंह गुर्जर सहित अन्य चिकित्सा अधिकारी एवं नर्सिंग स्टाफ आदि मौजूद रहा|
यहाँ भी किया निरिक्षण
गंगापुर सिटी/नादौती| जिला कलक्टर ने गुरुवार को गंगापुर सिटी के रीको में अन्नपूर्णा रसोई का औचक निरीक्षण किया|
जिला कलक्टर ने बताया कि जरूरतमंद लाभार्थियों को श्री अन्नपूर्णा योजना के तहत मिलने वाली स्वास्थ्यवर्धक पौष्टिक भोजन से सुसज्जित थाली सम्मान के साथ मात्र आठ रुपये में उपलब्ध कराई जाती है। जिसकी कुल लागत 30 रुपए प्रति थाली होती है, जिसमें से 22 रुपये प्रति थाली सरकार की ओर से वहन किए जाते हैं और अनुदान के रूप में प्रदान किए जाते हैं| श्री अन्नपूर्णा रसोई संचालक भी मानवीय दृष्टिकोण को अपनाते हुए राज्य सरकार के निर्धारित मानको के अनुसार रसोई संचालित करना सुनिश्चित करें| जिससे इन रसोइयों में आने वाले किसी भी जरूरतमंद लाभार्थी को भारत सरकार द्वारा उपलब्ध कराये जा रहे पौष्टिक भोजन को प्राप्त करने से वंचित नहीं रहना पड़े|
इस दौरान जिला कलक्टर ने अन्नपूर्णा रसोई में टोकन व्यवस्थाओं का जायजा लिया| लाभार्थियों से संवाद कर भोजन व्यवस्था पर उनकी प्रतिक्रिया जानी| वहीं रसोई परिसर को पूर्ण रूप से स्वच्छ रखकर राज्य सरकार के निर्धारित मानकों के अनुसार रसोई संचालित करने के निर्देश संचालक को दिए गए। साथ ही रसोई में रखे आटे तथा मसालों आदि खाद्य सामग्री को गुणवत्ता की भी जांच की|
इस दौरान नगर परिषद सहायक नगर नियोजक धीरज कुमार एवं कनिष्ठ अभियन्ता मानसिंह मीना सहित अन्य कार्मिक, रसोई संचालक एवं लाभार्थी उपस्थित रहे|