जिला कलक्टर ने बाल अधिकार जागरुकता रथ को हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
गंगापुर सिटी, 28 सितम्बर। राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) के निर्देशानुसार 30 सितंबर को आयोजित किए जा रहे शिकायत निवारण शिविर एवं पीठ के प्रति आमजन को जागरूक करने के उद्देश्य से जिला कलक्टर डॉ. अंजली राजोरिया ने गुरूवार को बाल अधिकार जागरुकता रथ को मिनी सचिवालय परिसर से रवाना किया।
जिला कलेक्टर ने बताया कि 30 सितंबर को आंकाक्षी ब्लॉक पंचायत समिति गंगापुर सिटी के सभागार में आयोजित किए जाने वाले उक्त शिविर में 18 वर्ष तक के बच्चों से संबंधित समस्त शिकायतों एवं परिवेदनाओं जैसे बाल अधिकारों के हनन, दिव्यांग बच्चों के अधिकारों, विशेष योग्यजन पेंशन, पालनहार, सहित किसी भी योजना में पात्र बच्चों को लाभ नहीं मिलना आदि से संबंधित प्रकरणों को सुना जाकर उनका त्वरित निस्तारण किया जायेगा। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (NCPCR) भारत सरकार द्वारा सीपीसीआर अधिकार अधिनियम, 2007 के अन्तर्गत गठित एक संवैधानिक निकाय है। आयोग का मुख्य उद्देश्य सभी बच्चों को सविंधान के विभिन्न अधिनियमों एवं कानूनों के प्रावधानों के अन्तर्गत निहित अधिकारों का लाभ लेने हेतु सक्षम बनाना है।
जिला परिषद् के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि उक्त जागरुकता रथ को चैतन्य सेवा संस्थान के सहयोग से जिले में सभी स्थानों पर भेजा गया है जो 30 सितंबर को आयोजित किए जाने वाले शिकायत निवारण पीठ एवं बाल अधिकारों के प्रति आमजन एवं हितधारकों को जागरूक करेगा। इसी उद्देश्य से सभी राजकीय कार्यालयों, आंगनबाड़ी केंद्रों, ग्राम पंचायतों एवं विद्यालयों में भी पीठ के आयोजन से संबंधित आवश्यक सूचना चस्पा कर दी गई है। उन्होंने बताया कि उक्त कार्यक्रम में भाग लेने के लिए 30 सितंबर को पंजीकरण शुरू होने का समय प्रातः 09 बजे है। वहीं शिविर एवं पीठ को प्रातः 10 बजे से संचालित किया जाएगा।
इस अवसर पर अतिरिक्त जिला कलक्टर हरिराम मीना, चैतन्य सेवा संस्थान की संचालिका प्रेमलता शर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।