हीट वेव से बचाव के लिए विभिन्न विभागों द्वारा किए गए प्रबंधन की समीक्षा की
डीग 10 अप्रैल| जिला कलक्टर उत्सव कौशल ने कहा कि आगामी ग्रीष्म ऋतु के दृष्टिगत सम्बंधित विभाग अपनी तैयारियां पूरी रखे। उन्होंने कृषि उपज मंडी, मनरेगा कार्य स्थल, शैक्षणिक संस्थान, बस स्टैंड, गौशाला, आंगनवाड़ी, पर्यटन स्थल आदि सार्वजनिक स्थलों पर पीने का पर्याप्त पानी, छायादार शेड, ओआरएस आदि आवश्यक सुविधाओं को सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। गर्मी के मौसम में पक्षियों की प्यास बुझाने के लिए पेड़ों एवं अन्य स्थानों पर परिंडे बांधने की भी बात कही गई।
बैठक में जिला कलेक्टर ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी को निर्देशित किया कि वे स्वास्थ्य केंद्रों और आंगनवाड़ियों में ओआरएस पैकेट, आवश्यक दवाएं, आईस पैक आदि का स्टॉक रखें। गर्मी की लहर से संबंधित किसी भी स्थिति से निपटने के लिए विशेष एसी वार्ड समर्पित किया जाए। जिला अस्पताल, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रारंभिक चेतावनी प्रसार की निगरानी की जाए। ग्राम स्तर तक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को दिशा निर्देश एवं प्रशिक्षण के साथ ही गर्मी की लहर के कारण मृत्यु दर और मृत्यु की रुग्णता की निगरानी और रिपोर्टिंग की यथार्थता से पालना सुनिश्चित किया जाए। पंचायती राज विभाग को ग्रामीण विकास और श्रम एवं रोजगार विभागों के सहयोग से मनरेगा श्रमिकों एवं निर्माण श्रमिकों के लिए विशेष आश्रय स्थापित करने और उनके काम के घंटे को पुनः निर्धारित करने के निर्देश दिए।
लू प्रभावित क्षेत्रों मोहल्लों में पेयजल सुविधा की व्यवस्था, पार्क, बस स्टैंड, पर्यटन स्थल एवं खुले क्षेत्र में छाया सुनिश्चित करने के साथ ही सभी क्षेत्रों मे विशेषकर अनौपचारिक बस्तियों में पानी की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। वहीं श्रम विभाग को गर्मी की लहर से संबंधित बीमारियों के संबंध में निर्माण, उद्योग एवं वाणिज्य अधिकारों के साथ प्रशिक्षण करने, चरम गर्मी के घंटे से बचने के लिए काम के समय पर सलाह जारी करने, स्वास्थ्य विभागों के सहयोग से विशेष रूप से अनौपचारिक क्षेत्र बस्तियों में स्वास्थ्य शिविर लगाने के निर्देश दिए गए। कृषि एवं पशुपालन विभाग को निर्देशित किया गया कि वह शीत भंडारण सुविधाएं उपलब्ध करने के साथ सार्वजनिक खरीद के लिए मंडियों बाजारों में शीघ्र आवाजाही सुनिश्चित करें और गर्मी के कारण न्यूनतम फसल क्षति हो। पशुओं पर गर्मी के प्रभाव और उससे निपटने के तरीकों के बारे में जागरूकता, पशु चिकित्सा दवाइयां, पीने के पानी एवं आश्रय स्थल की व्यवस्था करने की बात कही गई।शिक्षा क्षेत्र में अत्यधिक गर्मी से बचने के लिए स्कूल का समय पुनः निर्धारित करने, स्कूल जल्दी शुरू करने और दोपहर में पहले बंद करने की बात कही गई। वहीं सभी स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों में पेयजल स्टेशन, कियोस्क, शेड की स्थापना, बाहरी शारीरिक गतिविधियों से बचाव के लिए कहा गया है। इस दौरान जिला कलेक्टर ने विद्युत विभाग द्वारा बिजली आपूर्ति के बारे में भी जानकारी ली। कौशल ने विशेष रूप से मेंटेनेंस के लिए काटी जा रही बिजली के बारे में विभागीय अधिकारी से पूछा। अधिकारी द्वारा बताया गया कि अप्रैल माह में ही मेंटेनेंस का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। इसके बाद आमजन को निर्बाध बिजली उपलब्ध करवाई जा सकेगी।