जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक सम्पन्न
स्वास्थ्य सम्बंधी योजनाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता क्षम्य नहीं
प्रयागराज।जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री की अध्यक्षता में शुक्रवार को संगम सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में जिलाधिकारी ने जेएसवाई, मंत्रा पोर्टल पर प्रसव की इंट्री, ई-कवच एप, प्रधानमंत्री मातृत्व अभियान योजना, प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना, परिवार कल्याण कार्यक्रम, नियमित टीकाकरण, आरसीएच पोर्टल पर पंजीकरण एवं अपडेशन के कार्यों सहित स्वास्थ्य विभाग से सम्बंधित अन्य योजनाओं के क्रियान्वयन की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में जिलाधिकारी ने कार्यों में लापरवाही एवं उदासीनता पाये जाने पर बहरिया के प्रभारी चिकित्साधिकारी का वेतन रोके जाने का निर्देश दिया है।बैठक में बताया गया कि 07 अगस्त से 12 अगस्त तक चलने वाले मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम के तहत 0 से 5 वर्ष के ऐसे बच्चों जिनको कोई टीका न लगा हो या किसी टीके से छूट गये हो, ऐसे बच्चों का टीकाकरण किया जायेगा। यह भी बताया गया कि इस अभियान में गर्भवती महिलाओं का भी टीकाकरण किया जायेगा। सितम्बर एवं अक्टूबर माह में भी इसी तरह से 6 दिन का मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम के तहत टीकाकरण किया जायेगा।
जिलाधिकारी ने निर्देशित करते हुए कहा है कि मिशन इन्द्रधनुष अभियान कार्यक्रम के तहत कोई भी बच्चा या गर्भवती महिला टीकाकरण से वंचित न रहने पायें। जिलाधिकारी ने कहा कि सर्वे का कार्य ठीक ढंग से करते हुए ड्यू लिस्ट अच्छे ढंग से बना ली जाये। हाईरिस्क एरिया में विशेष रूप से कार्य किए जाने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने एनीमिया से पीड़ित महिलाओं का चिन्हीकरण करते हुए उन्हें आयरन एवं फोलिक की गोलियां अनिवार्य रूप से वितरित किए जाने के लिए कहा है। प्रसव मत्यु की आॅडिट अनिवार्य रूप से कराये जाने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने आशाओं एवं जननी सुरक्षा योजना के लाभार्थिंयों का शत-प्रतिशत भुगतान सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए है। उन्होंने मंत्रा एप, ई-कवच, आरसीएच पोर्टलों पर फीडिंग का कार्य शत-प्रतिशत रूप से कराये जाने हेतु निर्देशित किया है। जिलाधिकारी ने वेल्नेससेंटर के निर्माण कार्य में तेजी लाये का निर्देश दिया है। उन्होंने सभी चिकित्साधिकारियों को चिकित्सालयों में सभी आवश्यक व्यवस्थायें पूर्ण रूप से सुनिश्चित बनाये रखने के निर्देश दिए है। उन्होंने चिकित्सकीय उपकरणों को चेक करते हुए खराब उपकरणों को ठीक कराये जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने अस्पतालों में साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था बनाये रखने के साथ-साथ चिकित्सकों एवं पैरामेडिकल स्टाॅफ को मरीजों से अच्छा व्यवहार किए जाने के लिए कहा है। संस्थागत प्रसव की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने शत-प्रतिशत संस्थागत प्रसव सुनिश्चित कराये जाने का निर्देश दिया है। उन्होंने प्रसव केन्द्रों पर सभी आवश्यक व्यस्थायें सुनिश्चित बनाये रखने के निर्देश दिए है। उन्होंने एएनएम, आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की नियमित बैठक करने तथा प्रभारी चिकित्साधिकारियों को नियमित रूप से भ्रमण कर इसका अनुश्रवण करते रहने के लिए निर्देशित किया है। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही या उदासीनता न बरती जाये। स्वास्थ्य से सम्बंधित जो योजनाएं संचालित है, उनका अच्छी तरह से क्रियान्वयन करते हुए लोगो को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार, मुख्य चिकित्साधिकारी डाॅ0 आशु पाण्डेय, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी सहित सभी प्रभारी चिकित्साधिकारीगण उपस्थित रहे।