सवाईमाधोपुर। केंद्र सरकार के रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय के अधीन प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना द्वारा जिले में संचालित देश के सबसे बड़े जन औषधि केंद्र की ओर से नेशनल डॉक्टर्स-डे पर सोमवार को जिला अस्पताल के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में चिकित्सकों का स्मृति चिंह देकर सम्मान किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सीएमचओ धर्मसिंह मीना थे। अध्यक्षता आईएमए अध्यक्ष डॉ. बीना चौधरी द्वारा की गई। विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ. एसीएमएचओ उपस्थित रहे। इस मौक पर परियोजना के राज्य प्रभारी व नोडल अधिकारी दिव्यांशु शर्मा ने परियोजना की विस्तृत जानकारी दी।
केंद्र संचालक चंदू शर्मा ने बताया कि आमतौर पर अस्पताल में आने वाले अधिकांश रोगियों को चिकित्सक जानते हैं न पहचानते हैं, लेकिन फिर भी वे उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करते हुए बेहतर ईलाज की प्रक्रिया सुनिश्चित करते हैं, जिसके फलस्वरूप रोगी को स्वास्थ्य लाभ होता है। इलाज के दौरान कई बार रोगी के परिजन धैर्य खो देते हैं, लेकिन विपरीत हालातों में भी चिकित्सक सेवा भावना व समर्पण के साथ रोग निदान में जुटे रहते हैं। रोगियों की सेवा में जुटे चिकित्सक अपने परिवार को भी समय नहीं दे पाते, लेकिन ज़्यादातर रोगी स्वास्थ्य लाभ के बाद अपने चिकित्सक का आभार या धन्यवाद व्यक्त नहीं कर पाते। जन औषधि परियोजना ने समाज में चिकित्सक समुदाय के प्रति जागरूकता फैलाने की गरज से राष्ट्रीय चिकित्सक दिवस पर चिकित्सकों का सार्वजनिक सम्मान करने की ठानी, जिसके तहत देश के चुनिंदा 42 स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित चिकित्सकों का सम्मान किया गया। इसके तहत सामान्य चिकित्सालय के मीटिंग हॉल में उल्लेखनीय सेवाओं के लिए चिकित्सकों का माला पहनाकर एवं स्मृति चिंह देकर सम्मानित किया गया।
इस मौके पर सीएमएचओ ने कहा कि प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना संचालित होने से देश के मध्यम एवं गरीब तबके के लोगों को खासा लाभ मिला है। लोगों को ब्रांडेड दवाईयां बाजार भाव से बहुत कम दर पर जन औषधि केन्द्र पर मिल रही है। चिकित्सक भी ज्यादा से ज्यादा लोगों को जन औषधि केन्द्र से दवाईयां लेने की सलाह देते हैं। उन्होंने लोगों से बिना संकोच किए जन औषधि केन्द्र से दवाईयां खरीदने का आह्वान किया है। साथ ही चिकित्सकों का सम्मान करने पर जन औषधि केन्द्र संचालक का आभार जताया है।