अधिक वर्षा से हुए फसल खराबे का पारदर्शिता से सर्वे कर राहत दिलायें: जिला प्रभारी मंत्री
अधिकारी जलभराव क्षेत्रों में पानी निकासी के त्वरित इंतजामात करें
भरतपुर 12 सितम्बर। जल संसाधन मंत्री एवं जिला प्रभारी श्री सुरेश सिंह रावत ने कहा कि अधिक वर्षा से फसल खराबे का पारदर्शिता से सर्वे कर किसानों को लाभ दिलायें। उन्होंने आवासीय क्षेत्रों में जलभराव की त्वरित निकासी एवं भविष्य में मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए सक्रियता से कार्य करने के निर्देश दिए।
जिला प्रभारी मंत्री गुरूवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक लेकर विभागवार योजनाओं एवं अधिक वर्षा से जिले में बने हालातों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जिले में लगातार बरसात के कारण ग्रामीण क्षेत्रों में फसलों को हुए नुकसान का टीम लगाकर पारदर्शिता से सर्वे कराया जाये जिससे किसानों को राहत पहुंचायी जा सके। उन्होंने कहा कि आगामी रबी फसलों की तैयारी के लिए किसानों को पर्याप्त समय मिले इसके लिए गांवों में एवं खेतों में भरे अनावश्यक पानी की निकासी के लिए इंतजाम भी किये जायें। उन्होंने शहरी क्षेत्रों में पार्कों, सड़कों एवं आवासीय कॉलोनियों में पानी भराव के स्थानों को चिन्हित कर संसाधन लगाकर शीघ्र निकासी की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने भरतपुर शहर में जलभराव के जिला प्रशासन द्वारा चिन्हित 54 स्थानों की विस्तार से समीक्षा की तथा समस्या के स्थाई समाधान के लिए प्रमुख नालों की सफाई, नाला निर्माण आदि कार्यों के लिए 36 करोड़ रूपये के प्रस्ताव के बारे में चर्चा की। उन्होंने अधिक वर्षा के कारण क्षतिग्रस्त सड़कों, पुल, बांध, राजकीय भवनों के मरम्मत के प्रस्ताव आपदा सहायता के तहत समय पर भिजवाने के निर्देश दिए।
जिला प्रभारी मंत्री ने अधिक वर्षा के कारण मौसमजनित बीमारियों की रोकथाम के लिए सभी चिकित्सा संस्थानों में दवाओं, संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने तथा आमजन को मौसमी बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पशुपालन विभाग भी चल पशु चिकित्सा इकाई के माध्यम से गांव-गांव में टीकाकरण के साथ पशुओं में बीमारियों से बचाव के लिए पशुपालकों को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपदा राहत के समय आपसी समन्वय से कार्य करते हुए विभागीय दायित्वों को पूरी निष्ठा के साथ निभायें। जिले में क्षतिग्रस्त सड़कों के पेचवर्क, राजकीय भवनों के मरम्मत कार्य गुणवत्ता के साथ कराये जायें जिससे आमजन को परेशानी नहीं हो।
जिला प्रभारी मंत्री ने विभागवार बजट घोषणाओं की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि जिन कार्यों के लिए भूमि का आवंटन किया जा चुका है उनमें टेंडर प्रक्रिया समय पर पूरी कर गुणवत्ता के साथ कार्य पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने पर्यटन की दृष्टि से जिले में विपुल सम्भावनाएं बताते हुए ऐतिहासिक स्थलों, प्राकृतिक जलस्त्रोतों, अभ्यारण्य आदि के साथ धार्मिक स्थलों की विशेषता का प्रचार-प्रसार कर देशी-विदेशी पर्यटकों को आमंत्रित करने की बात कही। उन्होंने बजट घोषणा में गोकुला जाट, राजा खेमकरण, गोविन्द स्वामी, देवबाबा पनोरमा के निर्माण कार्य को गुणवत्ता से कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कर्मशाला, स्पोर्ट्स कॉलेज, बालिका सैनिक स्कूल, एग्रो फूड प्रोसेसिंग पार्क आदि के लिए भूमि आवंटन के बाद निर्माण कार्य को गति देने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि सभी विभाग सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से पात्रजनों को लाभान्वित कर आमजन की समस्याओं का त्वरित निराकरण करें। उन्होंने सभी अधिकारियों को कार्योलयों में समय पर उपस्थित होने, आमजन के फोन उठाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत स्तर पर पटवारी, ग्राम विकास अधिकारी उपस्थित रहकर आमजन की समस्याओं को दूर करें, यह सुनिश्चित किया जाये। उन्होंने ग्राम पंचायतों में पटवार घर बनाने के लिए ग्रामीण विकास के मदों से प्रस्तावा तैयार कर जनप्रतिनिधियों का सहयोग लेकर निर्माण कराने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव ने विभागवार सरकार की बजट घोषणाओं की प्रगति की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि अधिक वर्षा से क्षतिग्रस्त सड़कों, सार्वजनिक सम्पत्ति के 119.02 लाख के प्रस्ताव भिजवाये गये हैं। सर्वे में जिले में अभी तक 340 गांव में 16 हजार 690 हैक्टेयर भूमि में फसल खराबे की जानकारी मिली है। उन्होंने बताया कि भरतपुर नगर निगम क्षेत्र में 54 स्थानों पर जलभराव चिन्हित किया गया जिनमें 35 मोटर पम्प, 15 ट्रैक्टर पम्प, 7 स्थाई पम्प लगाकर पानी निकासी की जा रही है। जिले में ग्रामीण क्षेत्रों में भरतपुर उपखण्ड के 12 गांव, बयाना के 3 गांव, रूपवास के 14 गांव प्रभावित हुए हैं।
इस अवसर पर डीग कुम्हेर विधायक डॉ. शैलेष सिंह, बयाना विधायक डॉ. ऋतु बनावत, जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा, सचिव यूआईटी ऋषभ मण्डल, डीएफओ मानस सिंह, अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन नीरज कुमार मीना, अतिरिक्त कलक्टर शहर श्वेता यादव, सीईओ जिला परिषद डॉ. वीरेन्द्र सिंह सहित सभी विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।