संविधान दिवस के उपलक्ष्य पर जिला स्तरीय प्रदर्शनी, संगोष्ठी एवं प्रश्नोतरी आयोजित

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मुख्य अतिथि जिला कलक्टर ने फीता काटकर प्रदर्शनी का किया शुभारम्भ

राजकीय एवं निजी विद्यालयों में वृहद स्तर पर भावी पीढ़ी को संविधान की आधारशिला, मूल्यों, मौलिक अधिकारों, कर्तव्यों, नीति निर्देशक सिद्धांतों, प्रकृति एवं विशेषताओं के प्रति किया गया जागरूक 

गंगापुर सिटी। पंकज शर्मा। 26 नवम्बर 2024। सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग जयपुर के आयुक्त एवं पदेन संयुक्त शासन सचिव के निर्देशानुसार संविधान दिवस 26 नवम्बर पर पंचायत समिति के सभागार में जिला स्तरीय स्तरीय प्रदर्शनी का मुख्य अतिथि जिला कलक्टर डॉ. गौरव सैनी एवं विशिष्ठ अतिथि मंजू गुर्जर ने फीता काटकर विधिवत शुभारम्भ किया|
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए जिला कलक्टर ने कहा कि आज का दिन संविधान दिवस हमें एक अवसर देता है यह स्मरण करने का कि हमसे पहले हमारे देश में जो भी हमसे पहले आए थे, जिनके पास शायद हमसे कम सुविधाएं थी, हमसे कम अवसर थे फिर भी उन्होंने इतनी मेहनत से पहले देश को आजाद कराया, फिर उसके बाद लगभग दो से दाई साल तक संविधान की एक-एक लाईन को लिखने में, एक-एक शब्द को लिखने में जो उन्होंने मेहनत की, जो उन्होंने लोगो से विचार विमर्श किया होगा, वो भी उस वक़्त जब इस देश में संचार एवं यातायात के आज की तुलना में सीमित संसाधन ही उपलब्ध थे, फिर भी भारत जैसा देश जो अपने आप में इतनी विविधता समेटे हुए है जिसमें इतने सारे राज्य हैं, अलग-अलग भाषाएँ हैं, अलग-अलग लोग हैं, उन सभी के लिए एक संविधान का निर्माण किया जो कि लगभग आज 75 साल बाद भी अपनी अहमियत रखता है, और समय समय परआवश्यकतानुसार बदलाव के प्रावधान को भी समाहित किया हुए है| ये जो उनकी दूरगामी सोच थी उसको हमें आज के दिन याद करना चाहिए और उस समय हमारी कन्स्टीट्यूशन असेंबली के जो भी सदस्य थे उन सभी को भी मैं नमन करता हूँ| साथ की साथ हमें यह भी सोचना चाहिए कि उन्होंने जो संघर्ष किया उसका प्रतिफल हम आज पा रहें हैं| यह उनकी मेहनत का ही प्रतिफल है जिसमें आज हम बेहतर से बेहतर सुविधाओं का हर क्षेत्र में लाभ उठा पा रहें हैं| चाहे बिजली की सुविधा है वो आज पहले से बेहतर हो रही है, रोड है वो पहले से बेहतर हो रहें हैं शिक्षा है पहले से बेहतर हो रही है, स्वास्थ्य सुविधाएं पहले से बेहतर हो गई हैं| आज के दिन हमारे भारत देश को भारतीय ही चलाते हैं| इसके लिए संघर्ष उन लोगों ने किया उनमें से काफी लोगों ने अपनी कुर्बानी भी दी, काफी लोगों ने अपना युवा अवस्था का दौर जेलों में भी बिताया, ताकि आप लोग हम सब लोग अपने परिवार सहित इस स्वतंत्र वातावरण में अपनी समस्त गतिविधिओं को बिना किसी परतंत्रता के कर सकें| आज यह संगोष्ठी भी हमारे जीवन में संविधान के महत्व को आत्मसात करने एवं संविधान निर्माताओं के प्रति क्रतज्ञता व्यक्त करने के उद्देश्य से रखी गई है|
संविधान दिवस के उपलक्ष्य पर जिला स्तरीय प्रदर्शनी, संगोष्ठी एवं प्रश्नोतरी आयोजित

विशिष्ठ अतिथि अतिरिक्त जिला कलक्टर रामकिशोर मीना बताया कि हमारे संविधान में मौलिक अधिकारों, कर्तव्यों, नीति निर्देशक सिद्धांतों का वर्णन है| उन्होंने कहा कि भारतीय संविधान दुनिया के सबसे वृहद एवं युवा संविधान है और भारतीय होने के नाते हमारे लिए यह एक गर्व का विषय है| वर्तमान में संविधान में हमारे मूल कर्तव्य अब कुल 11 हो गए हैं| भारतीय संविधान में 12 से लेकर 51 तक जो अनुछेद हैं निश्चित रूप से संविधान के आधारस्तम्भ हैं| हमारे संविधान में हर धर्म के व्यक्ति को स्वतन्त्रता है इसलिए यह पंथ निरपेक्ष अपना राष्ट्र है, लोकतन्त्रात्मक गणराज्य है| जिसमें हमारे राष्ट्रपति का चुनाव भी जनता अप्रत्यक्ष रूप से करती है| इस प्रकार से हमारे संविधान कि अनेक अभूतपूर्व विशेषताएँ हैं जिसकी वजह से हमारे संविधान को दुनिया का सर्वोत्कृष्ट एवं अतिउत्तम संविधान कहा जा सकता है|

विशिष्ठ अतिथि एवं पंचायत समिति कि प्रधान श्रीमती मंजू गुर्जर ने कहा कि क्यूंकी आज के दिन हमारा संविधान बनकर के तैयार हुआ संविधान सभा द्वारा इसे अपनाया गया था इसलिए आज 26 नवंबर को हम संविधान दिवस मना रहें हैं| उन्होंने संविधान की महत्ता पर विस्तृत प्रकाश डाला|
जिला सूचना एवं जनसम्पर्क अधिकारी दीपक चक्रवर्ती ने बताया कि प्रदर्शनी में संविधान निर्माण सभा के सभी सदस्यों के सामूहिक छायाचित्र, प्रारूप समिति अध्यक्ष डॉ. भीमराव अम्बेडकर द्वारा संविधान के प्रारूप की प्रति संविधान निर्माण सभा के अध्यक्ष डॉ. राजेन्द्र प्रसाद को सौंपते हुए, प्रथम संसद के सत्र का विहंगम दृश्य, प्रथम मंत्रीमंडल के सदस्यों के छायाचित्र, संविधान की मूल प्रति पर प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, प्रथम प्रधानमंत्री पं. जवाहर लाल नेहरू एवं प्रथम गृह मंत्री सरदार पटेल हस्ताक्षर करते हुए के दुर्लभ छायाचित्र भी प्रदर्शित किये गये हैं। सम्पूर्ण प्रदर्शनी में संविधान निर्माण सभा के गठन से संविधान लागू होने तक के छायाचित्रों को श्रृंखलावार प्रदर्शित किया गया है। संविधान दिवस के अवसर पर जिले के विभिन्न सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों एवं कॉलेजों में  संविधान दिवस से सम्बंधित प्रश्नोत्तरी एवं अन्य रोचक प्रतियोगिताएँ भी आयोजित कि गई| वहीं छात्र-छात्रों को संविधान सभा से संबधित एतिहासिक दुर्लभ फोटो एवं वीडियो से युक्त मल्टीमीडिया डिजिटल प्रेजेंटेशंस दिखाई जाकर राजकीय एवं निजी विद्यालयों में वृहद स्तर पर भावी पीढ़ी को संविधान की आधारशिला, मूल्यों, मौलिक अधिकारों, कर्तव्यों, नीति निर्देशक सिद्धांतों, प्रकृति एवं विशेषताओं के प्रति जागरूक किया गया| इस दौरान उपकारागृह गंगापुर सिटी में भी संविधान दिवस मनाया गया एवं प्रश्नोतरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया|
संविधान दिवस के उपलक्ष्य पर जिला स्तरीय प्रदर्शनी, संगोष्ठी एवं प्रश्नोतरी आयोजित

कार्यक्रम में प्रबुद्ध जनों का प्रतिनिधित्व करते हुए राजकीय महाविद्यालय गंगापुर सिटी के प्रवक्ता सहायक आचार्य धर्मराज मीना एवं सहायक आचार्य डॉ. रोहित मीना सहित अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार व्यक्त किए|
इस दौरान जिला शिक्षा अधिकारी देवीलाल मीना, समाज कल्याण अधिकारी लक्ष्मण सिंह, विकास अधिकारी डॉ. जगदीश गुर्जर, सह आचार्य उर्मिला मीना, सहायक आचार्य पूजा मीना, सहायक आचार्य बिजेन्द्र मीना, सहित समस्त जिला स्तरीय अधिकारी, कार्मिक, एनसीसी के केडेट्स, एनएसएस के स्वयंसेवक एवं महाविद्यालय एवं स्कूल्स के छात्र छात्राएँ उपस्थित रहे |

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