जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत पचदेवरा में नवनिर्मित पानी की टंकी का किया निरीक्षण
जिलाधिकारी ने पानी के कनेक्शन, पाइप लाइन की खुदाई कर गहराई की जांच व खराब हुई सड़कों की मरम्मत को पूर्ण कराने के दिए निर्देश
प्रयागराज। ब्यूरो राजदेव द्विवेदी। जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने शुक्रवार को ग्राम पंचायत पचदेवरा विकास खण्ड करछना में नवनिर्मित पानी की टंकी का निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने 440 घरों में पानी सप्लाई के कनेक्शन के सापेक्ष 165 घरों मे ही कनेक्शन होने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की एवं अवशेष घरों में जल्द से जल्द कनेक्शन के कार्य को पूर्ण कराने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने पम्प हाउस में पम्प को चलवाकर उसकी क्रियाशीलता की जांच की। उन्होंने पम्प हाउस में विद्युत वायरिंग के तारों को व्यवस्थित ढंग से किए जाने एवं सर्दियों के समय में विद्युत आपूर्ति हेतु वैकल्पिक व्यवस्था के रूप में जनरेटर की व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने जल निगम के अधिकारियों से बिछाई गई पाईप लाइन की कुछ स्थानों पर खुदायी कराकर गहराई की जांच कराने के निर्देश दिए है। उन्होंने नवनिर्मित पानी टंकी के बाउंड्रीवाल के प्लास्टर में लगायी जा रही बालू की जांच की। जिलाधिकारी ने निर्माण की लागत, कनेक्शन पूर्ण होने की अवधि, लक्ष्य के सापेक्ष कनेक्शन की स्थिति, गांव में घरों की संख्या आदि के बारे में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर पानी की सप्लाई में लीकेज की समस्या आ रही है, उन्हें जांच कराकर सही कराया जाये। उन्होंने सम्बंधित निर्माण एजेंसी के पीने के पानी की पाईप लाइन बिछाये जाने के बाद खराब हुई सड़कों की मरम्मत कराये जाने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने निरीक्षण के समय पानी के टंकी के बाउंड्रीवाल के किनारे बाॅटलपाॅम व सजावटी पेड़ लगाने तथा खाली स्थान पर इंटरलाॅकिंग एवं सौन्दर्यीकरण करवाने के निर्देश दिए है।
निरीक्षण के समय उपस्थित पूर्व प्रधान राम निरंजन व अन्य ग्रामीणों से पानी की टंकी के द्वारा सप्लाई किए जा रहे पानी एवं पूर्व में हैण्डपम्प आदि से मिलने वाले पानी की गुणवत्ता में अंतर के बारे में पूछा, जिसपर ग्रामीणों के द्वारा बताया गया कि सप्लाई से प्राप्त पानी की गुणवत्ता हैण्डपम्प से प्राप्त पानी की तुलना में अच्छी है। जिलाधिकारी ने उपस्थित ग्रामीणों से गांव में बोई जाने वाली फसलों, सिंचाई की व्यवस्था, खाद की व्यवस्था के बारे में जानकारी प्राप्त की। पूर्व ग्राम प्रधान के द्वारा बताया गया कि ज्यादातर धान-गेंहू की खेती की जाती है, इस बार फसल अच्छी है, खाद उपलब्ध है, परंतु नहर की सिल्ट की सफाई न होने से नहर में पूरा पानी नहीं पहुंच पा रहा है, जिससे सिंचाई में पम्प का प्रयोग ज्यादा हो रहा है। इस अवसर पर परियोजना निदेशक अशोक कुमार मौर्या, खण्ड विकास अधिकारी करछना, जल निगम के अधिकारियों के साथ ही अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।