विप्र बोर्ड का सुचारू संचालन करे सरकार-पंड्या
जिला बैठक में प्रस्ताव सर्व सम्मति से पारित
पत्रकार सम्मान के अंतर्गत अरुण जोशी कुशलगढ़ चीफ ब्यूरो बांसवाड़ा स्टार प्लस ओर मरुधर हिंद, मुकेश पंड्या दैनिक भास्कर को भी सम्मानित किया
कुशलगढ़| परतापुर में विप्र फाउंडेशन बाँसवाड़ा की जिला स्तरीय बैठक गढ़ी ब्लॉक में स्थित प्रभाशंकर पंड्या महाविद्यालय, परतापुर में आयोजित की गई। बैठक में विप्र समाज के विभिन्न प्रकोष्ठो की सहभागिता देखने को मिली।
कार्यक्रम में विप्र फाउंडेशन के संरक्षक रमेश पंड्या के मुख्य आतिथ्य में, जिला अध्यक्ष ललित जोशी की अध्यक्षता में आयोजित इस बैठक के मुख्य वक्ता योगेश जोशी प्रांतीय महामंत्री थे। विशिष्ट अतिथि के रूप में महिला जिलाध्यक्ष अर्चना दवे, जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र उपाध्याय, नन्दलाल जोशी, व्यापार प्रकोष्ट पंकज भट्ट उपस्थित थे।
स्वागत उद्बोधन विजय कुमार शर्मा ब्लॉक अध्यक्ष गढ़ी ने दिया| ललित जोशी ने विप्र फाउंडेशन द्वारा चलाई जा रही सामाजिक गतिविधियों एवं योजनाओं की जानकारी दी। महिला प्रदेश महामंत्री कीर्ति आचार्य ने मातृशक्ति की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि विप्र फाउंडेशन केवल संगठन नहीं, एक सहयोगात्मक शिव है, जो शक्ति का संचार करता है। वरिष्ठ समाजसेवी देवीलाल जानी ने महर्षि दधीचि एवं स्वामी दयानंद सरस्वती जैसे महापुरुषों का स्मरण करते हुए विप्र समाज की ऐतिहासिक भूमिका एवं योगदान पर विचार रखे। मुख्य अतिथि रमेश पंड्या ने समाज को आंतरिक आत्मबोध से प्रेरित होकर कार्य करने का संदेश दिया तथा शारीरिक,मानसिक एवं वैचारिक स्वास्थ्य की उपयोगिता पर समाज में मंथन की आवश्यकता जताई। पूर्व सरकार द्वारा पहली बार गठित किये गए विप्र बोर्ड को सुव्यवस्थित तरीके से शुरू करके उसका संचालन किये जाने का प्रस्ताव रखा जिसका पुरे सदन ने एकमत हो करके अनुमोदन किया। बैठक में विप्र बोर्ड की वर्तमान संरचना को यथावत बनाए रखने का और इस प्रस्ताव को सरकार को भेजे जाने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया।
विप्र फाउंडेशन के महामंत्री योगेश जोशी ने हाल ही में बन रहे असंगठित विप्र संगठनों की आलोचना करते हुए समाज को अधिकृत संगठन के साथ जुड़ने का आह्वान किया।
जिला प्रवक्ता विनोद पानेरी ने गढ़ी ब्लॉक के लीमथान में प्रस्तावित भगवान परशुराम की मूर्ति पर वज्र लेपन तथा आगामी विष्णु महायज्ञ की विस्तृत जानकारी प्रदान की। इस अवसर पर भामाशाह सम्मान के अंतर्गत सुधीर भट्ट, विमल त्रिवेदी, निर्मल भट्ट, राजेंद्र उपाध्याय, प्रभाशंकर पंड्या महाविद्यालय के निदेशक डॉ.विशेष पंड्या, पायोनियर विद्यालय के निदेशक परेश पंड्या, मैक्सफॉर्ट विद्यालय के निदेशक रजनीश उपाध्याय, हेरम्ब जोशी, इच्छाशंकर द्विवेदी,नंदलाल जोशी व विजय कुमार शर्मा को समानित किया गया। प्रतिभा सम्मान के अंतर्गत नीट में सिलेक्शन होने पर दीप उपाध्याय पालोदा,सीएमएस यूपीएससी में चयन पर सार्थक भट्ट परतापुर, राष्ट्रीय स्तर पर राजस्थान टीम का प्रतिनिधित्व करने पर अथर्व भट्ट/पल्लव भट्ट का सम्मान किया गया। वरिष्ठजन सम्मान के अंतर्गत देवीलाल जानी, प्रभाशंकर भट्ट, केशवलाल पंड्या एवं त्र्यंबकेश्वर उपाध्याय और पत्रकार सम्मान के अंतर्गत अरुण जोशी कुशलगढ़ चीफ ब्यूरो बांसवाड़ा स्टार प्लस ओर मरुधर हिंद, मुकेश पंड्या दैनिक भास्कर को भी सम्मानित किया गया। इस अवसर पर मंचासीन सभी अतिथियों ने परशुराम जयंती पर सभी गावो में शोभायात्रा निकले जाने का आहवान किया एवं मदारेश्वर स्थित परशुराम मंदिर और लीमथान में 101 कुंडीय विष्णु महायज्ञ व गंगाजल कलश यात्रा में अधिक से अधिक सख्या में आने का आह्वान किया।
इस दौरान डूंगरपुर जिला अध्यक्ष ललित उपाध्याय, महामंत्री प्रशांत चौबीसा, आनंदपुरी के भीमराज पारीक, पुष्पेंद्र पंड्या बांसवाड़ा, महेंद्र त्रिवेदी बाँसवाड़ा, ललित त्रिवेदी तलवाडा, कैलाश पारीख गांगडतलाई, अनिल पंड्या आंजना, कांतिलाल पंड्या कुपडा, विजय भाई सनाढ्य झालोद, पंकज भाई महामंत्री, इश्वरलाल वैष्णव बाँसवाड़ा नगर अध्यक्ष आदि ने भी बैठक को संबोधित किया। कार्यक्रम के दौरान विप्र फाउंडेशन की विभिन्न गतिविधियों के स्लाइड का पावर प्रजेंटेशन चला। संचालन विनोद पानेरी एवं रमेश व्यास ने किया तथा आभार कृपा शंकर जोशी ने जताया। कार्यक्रम में भरत दवे, योगेश दवे, प्रितेश उपाध्याय गिरीश .एस.पंड्या, राजेश आचार्य, मिलिंद आचार्य, अमित पंड्या विनीत जोशी सचिन शर्मा जुगल पंड्या समीर भट्ट गौरव शर्मा गिरीश वी.पंड्या ने कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन में सक्रिय सहयोग प्रदान किया। गनोड़ा से रूद्रेश्वर , पंड्या, शशि जोशी, घाटोल से सीमा शर्मा बागीदौरा से दिनेश व्यास आदि ने भाग लिया श्
जिला अधिवेशन में झालोद, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, बागीदौरा बोरी आसोडा बोदिया सरेडी बड़ी,खोडन डडूका,आंजना, पाराहेडा, साकरिया, खेड़ा, खेरन का पारडा, मेतवाला सहित 80 से अधिक गांवों से विप्र समाज के प्रबुद्ध जनों एवं मातृ शक्ति की भागीदारी रही।