अधिकारियों व कर्मचारियों को दिये दिशा निर्देश
नैनीताल। सरोवर नगरी नैनीताल से 22 किलोमीटर दूर विकास खण्ड भीमताल के आपदा प्रभावित खूपी गांव व 11 किलोमीटर दूर भवाली का अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ जिला अधिकारी वंदना सिंह ने निरीक्षण कर सभी को दिशा निर्देश देकर कार्यो में तत्प्रता लाने के निर्देश दिये हैं।
इस दौरान जिलाधिकारी ने गांव में हो रहे भूधसाव के कारण खतरे की जद में आए कुल परिवारों की जानकारी लेते हुए प्रभावितों से वार्ता की। इस दौरान उप जिलाधिकारी प्रमोद कुमार ने अवगत कराया कि गांव का पूर्व में ही सर्वे कर लिया गया है,18 मकान ऐसे हैं जो तात्कालिक खतरे की जद में हैं।इस संबंध में जिलाधिकारी ने कहा भविष्य में किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना न हो इस हेतु सुरक्षा के दृष्टिगत इन परिवारों को आपदा विस्थापन नीति के तहत 6 मांह तक का मकान किराया उपलब्ध कराते हुए इन परिवारों को सुरक्षित स्थानों में शिफ्ट कराया जाय,साथ ही इन परिवारों को नजदीक ग्रामों में जहॉं भूमि उपलब्ध है,वहॉं विस्थापित करने हेतु शीघ्र प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजने के निर्देश उपजिलाधिकारी को दिए। उन्होंने कहा कि पूरे गांव का सुरक्षा के दृष्टिगत पुनः सर्वे कर रिपोर्ट उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा राजस्व विभाग गांव के प्रत्येक प्रभावित की कुल भूमि जो उनके नाम राजस्व अभिलेखों में दर्ज हैं उनकी भी रिपोर्ट तैयार करें,ताकि भूमि के बदले भूमि उपलब्ध हो इस प्रकार का भी एक प्रस्ताव तैयार कर शासन को भेजा जाय,इस संबंध में ग्रामीणों को भी आम सहमति बनानी होगी।
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने अधिशासी अभियंता सिंचाई से गांव में हो रहे भूधसाव की रोकथाम हेतु 24 लाख की धनराशि से किए जा रहे सुरक्षात्मक कार्यो की प्रगति की जानकारी लेते हुए शीघ्रता से गुणवत्ता पूर्वक कार्य करने के निर्देश देने के साथ ही गांव के दोनों ओर बह रहे नाले से हो रहे भूकटाव की रोकथाम व गांव में हुए नुकशान की दीर्घकालीन मरम्मत व सुरक्षात्मक कार्यों के अलग अलग प्रस्ताव तैयार कर उपलब्ध कराने के निर्देश भी सिंचाई विभाग को दिए।जिलाधिकारी ने कहा कि गांव की सुरक्षा के लिए जो भी कार्य करने की आवश्यकता है व यथा शीघ्र कराए जाय।
जिलाधिकारी वंदना सिंह ने भवाली में देर शाम तक विभिन्न विकास योजनाओं का निरीक्षण किया और स्थानीय जनता से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी ।
डीएम ने सेनिटोरियम बाई बाई पास फेस 1-2 का निरीक्षण, भवाली स्थित जसूली देवी धर्मशाला, हर्षशौली में भूस्खलन प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया।
भवाली में निरीक्षण के दौरान उन्होंने कहा कि पर्यटन की दृष्टि से भवाली समेत आस पास के इलाकों को जोड़ना जरुरी है। जिसके लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देशों के क्रम में पर्यटन को बढ़ावा और स्थानीय लोगों को रोजगार मिले साथ ही पर्यटकों को सभी सुविधाएं मिले इसके लिए जिला प्रशासन हर संभव प्रयास कर रहा है।
जिलाधिकारी ने 11 करोड़ अधिक की लागत से बन रहे नैनीबैंड सेनिटोरियम बाई पास का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने लोनिवि के अधिकारियों से पर्यटन सीजन से पहले सुधारीकरण एवं डामरीकरण कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।साथ ही जिलाधिकारी ने सेनिटोरियम से भवाली पुल को 546 लाख से बन रहे मोटर पुल को मई 2025 से पूर्व बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कार्य पूरी गुणवत्ता के साथ और समयावधी से पूरा होना चाहिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने सेनियोरियम के समीप रिसाइकलिंग प्लाट का भी निरीक्षण किया। बताया कि अवशेष कार्य जल्दी करलें जिससे कि कूड़ा सेग्रिगेशन का कार्य हो सके।
कैंचीधाम बाईपास के निरीक्षण के दौरान उन्होंने लोनिवि के अधिकारियों से सड़क निर्माण प्रगति की जानकारी लेने के साथ ही अवशेष सड़क मार्ग में पेड़ों की गिनती व प्रथम चरण के कार्यों को शीघ्रता से करने के निर्देश लोनिवि व वन विभाग के अधिकारियों को दिए और जल्द सर्वे कर डी पी आर तैयार कर शासन को प्रेषित करने को कहा, ताकि उक्त सड़क के निर्माण से भवाली तथा अन्य क्षेत्रों में जाम की समस्या से निजात मिल सकेगी।
जिलाधिकारी ने भवाली में निर्माणाधीन पार्किंग का कार्य भी शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए ।
इस दौरान संयुक्त मजिस्ट्रेट वरुणा अग्रवाल,महाप्रबंधक
केएमवीएन,एसडीएम प्रमोद कुमार,केएन गोस्वामी,सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि,गणमान्य नागरिक विभागों के अधिकारी आदि उपस्थित रहे।