बिजली की बढ़ती मांग के अनुरूप विद्युत तंत्र को बनाएं मजबूत – ऊर्जा मंत्री
देरी से कार्य करने वाले संवेदकों की जिम्मेदारी होगी तय
भरतपुर, 9 जून। ऊर्जा मंत्री श्री हीरालाल नागर ने कहा कि बिजली की बढ़ती मांग के अनुरूप निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए उत्पादन, प्रसारण एवं वितरण तंत्र को मजबूत बनाया जाएगा। उन्होंने निर्देश दिए कि विद्युत तंत्र को सुढृढ करने के लिए अधिकारी भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए पुख्ता प्लान तैयार करें जिससे उपभोक्ताओं को सतत बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने स्वीकृत ग्रिड सब स्टेशनों के कार्य में देरी को गंभीरता से लेते हुए समय पर कार्य नहीं करने वाले संवेदकों को ब्लैक लिस्ट करने के निर्देश दिए।
ऊर्जा मंत्री रविवार को भरतपुर में जयपुर विद्युत वितरण निगम के संभागीय मुख्य अभियंता कार्यालय में संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे। बैठक में गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढम, वैर विधायक बहादुर सिंह कोली, बयाना विधायक रितु बानावत सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं ऊर्जा विभाग के संभाग स्तरीय अधिकारी उपस्थित रहे।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के विजन के अनुसार अधिकारी विद्युत उत्पादन, प्रसारण व वितरण तंत्र में सुधार लाते हुए आमजन को सरकार की मंशा के अनुरूप निर्बाध विद्युत आपूर्ति करना सुनिश्चित करें तथा आम नागरिकों की समस्याओं का समय पर त्वरित समाधान करें। उन्होंने कहा कि डिमांड के अनुसार अधिकारी नए विद्युत सब स्टेशन निर्माण के लिए प्रस्ताव तैयार कर उन्हें समय पर पूरा करायें। उन्होंने आरडीएसएस योजना में सेग्रीगेशन कर नए फीडर प्रस्तावित करने तथा जो भी जीएसएस स्वीकृत हैं उनका काम निर्धारित समय अवधि में गुणवत्ता के साथ पूरा कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जो भी संवेदक समय पर काम पूरा नहीं करता हो उन्हें चिन्हित कर ब्लैक लिस्ट की कार्रवाई की जाये। साथ ही समय पर काम पूरा नहीं करने वाले संवेदकों को नये टेंडरों में भाग लेने से डिबार किया जाए।
अधिकारी बनें जवाबदेह-
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बिजली आमजन से जुड़ी मूलभूत आवश्यकता है। ऐसे में अधिकारी संवेदनशीलता एवं जिम्मेदारी के साथ कार्य करते हुए जनप्रतिनिधियों एवं आम नागरिकों से संवाद बनाए रखकर कार्य करें। उन्होंने कहा कि फील्ड में जो भी अधिकारी फोन नहीं उठाएंगे इसे गम्भीरता से लिया जाकर उन्हें चिन्हित कर नोटिस की कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि संसाधनों की कमी नहीं है अधिकारी पूरी जिम्मेदारी के साथ कार्य करें, पुराने हो चुके फीडरों को चिन्हित कर लोड बढ़ाने के लिए आवश्यक उपाय करें। उन्होंने नई विद्युत लाइन खड़ी करते समय पोल की गुणवत्ता की जांच के लिए समय-समय पर टीम भेजकर जांच करवाने तथा आंधी तूफान से प्रभावित क्षेत्रों में पोल गाडतेे समय सीसी एस्टीमेट का प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पोल अथवा विद्युत लाइन की कमी के कारण फाल्ट नहीं आना चाहिए तथा क्षेत्र में दुर्घटना नहीं होनी चाहिए। उन्होंने नवीन स्वीकृत जीएसएस के साथ-साथ वर्तमान में लोड के अनुसार फिजिबिलिटी चेक कर उत्पादन क्षमता बढ़ाने के निर्देश दिए।
सौर ऊर्जा को बढ़ावा दें-
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि किसानों एवं आम लोगों को कुसुम सी योजना में ज्यादा से ज्यादा भाग लेने के लिए प्रेरित करें। योजना के क्रियानवयन में सरकार द्वारा जो भी सरलीकरण किया गया हैं उनका प्रचार प्रसार करें। सोलर पर विद्युत सब स्टेशन निर्भर रहेंगे तो आने वाले समय में किसानों एवं उपभोक्ताओं को दिन में पर्याप्त बिजली आपूर्ति हो सकेगी। उन्होंने कहा कि किसान सोलर सिस्टम को अपनाएं। इसके लिए भी सरकार द्वारा उठाए गए सुधारात्मक कदमों की जानकारी उन्हें दें।
बीईएसएल के कार्यों की होगी ऑडिट, बनेगा कॉल सेंटर-
ऊर्जा मंत्री ने भरतपुर शहर में बार-बार विद्युत कटौती एवं भार के अनुसार विद्युत वितरण में सुधार नहीं करने पर भरतपुर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई लिमिटेड कंपनी के प्रतिनिधियों को निर्देश दिए कि विद्युत की मांग के अनुसार आवश्यक संसाधनों का विस्तार करें। उन्होंने विद्युत निगम के अधिकारियों को फ्रेंचाइजी कम्पनी द्वारा पिछले 8 साल में वितरण व्यवस्था में सुधार के लिए किए गए इन्वेस्ट की ऑडिट करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आमजन की बिजली संबंधी शिकायतों के त्वरित निराकरण के लिए कॉल सेंटर की व्यवस्था को प्रभावी बनाएं उनके माध्यम से क्षेत्र में विद्युत व्यवस्था में व्यवधान की जानकारी मिलने पर समय पर दुरूस्त कराई जाये।
जनप्रतिनिधियों ने दिये सुझाव-
गृह राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढम ने कहा कि विद्युत व्यवस्था में लगे सभी कार्मिक आमजनता एवं जनप्रतिनिधियों का फोन उठाकर व्यवस्था में सुधार के प्रयास करें। उन्होंने क्षेत्र में स्वीकृत 33 केवी जीएसएस के कार्यों को गति प्रदान कर आम जन को निर्बाध विद्युत वितरण के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जहां-जहां पुरानी लाइन है उन्हें दुरुस्त कराया जाकर रबी सीजन से पूर्व कार्य पूरा करें। उन्होंने मरम्मत योग्य ट्रांसफार्मर में आवश्यक सुधार के बाद संबंधित फर्म की जिम्मेदारी भी तय करने के निर्देश दिए जिससे बार-बार ट्रांसफार्मर खराब नहीं हो सके। उन्होंने भरतपुर में 100 की जगह 160 एमवीए के ट्रांसफार्मर रबी सीजन से पहले स्थापित करने का सुझाव दिया। वैर विधायक बहादुर सिंह कोली ने क्षेत्र में विद्युत सब स्टेशनों के कार्य को समय पर पूरा करने, जनता की समस्याओं का संवेदनशीलता से निराकरण करने का सुझाव दिया। विधायक बयाना रितु बानावत ने रुदावल में निर्माणाधीन 132 केवीजीएसएस को वर्तमान भार के अनुसार 220 केवीजीएसएस में किए जाने की मांग की। उन्होंने बयाना में सहायक अभियंता मीटर का नया पद सृजित करने तथा क्षेत्र की विद्युत समस्याओं के समाधान के बारे में सुझाव दिये। मनोज भारद्वाज ने भरतपुर शहर की विद्युत सप्लाई व्यवस्था के बारे में बताया।
इस अवसर पर जयपुर डिस्कॉम के निदेशक तकनीकी एसएस नेहरा, मुख्य अभियंता प्रसारण कमलेश कुमार मीणा, क्षेत्रीय मुख्य अभियंता उमेश गुप्ता, अधीक्षण अभियंता रामहेत मीणा सहित संभाग के सभी जिलों के अधीक्षण एवं अधिशाषी अभियंता, प्रसारण निगम के अभियंता उपस्थित रहे।