सवाई माधोपुर 13 अप्रैल। माइक्रोबायोलॉजी और प्लांट पैथोलॉजी के क्षेत्र में उल्लेखनीय शोध कार्य करने वाले डॉ. मुकेश मीणा को वर्ष 2024 में स्कोलर जीपीएस द्वारा विश्व के शीर्ष 0.05ः वैज्ञानिकों में शामिल किया गया है। यह प्रतिष्ठित मान्यता उन्हें उनके उच्च गुणवत्ता वाले शोध प्रकाशनों, वैश्विक प्रभाव, और अकादमिक योगदान के लिए प्रदान की गई है।
हरिसिंह बारवाल सामाजिक कार्यकर्ता ने बताया कि डॉ. मुकेश मीणा पुत्र रामसिंह (रिटायर्ड प्रधानाध्यापक) वर्तमान में मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय, उदयपुर के वनस्पति विज्ञान विभाग में सहायक आचार्य के पद पर कार्यरत हैं। डॉ. मीणा ने अब तक राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 150 से अधिक शोध पत्र प्रकाशित किए हैं। इसके अलावा, उनकी 8 अंतर्राष्ट्रीय पुस्तकें भी स्प्रिंगर-नेचर और एल्सेवियर जैसी प्रतिष्ठित वैश्विक प्रकाशन संस्थाओं से प्रकाशित हो चुकी हैं। यह रैंकिंग विश्व भर के लगभग 3 करोड़ वैज्ञानिकों के प्रकाशनों, उनके प्रभाव, और अकादमिक गुणवत्ता के गहन मूल्यांकन के आधार पर दी जाती है। इस मान्यता ने न केवल डॉ. मीणा की व्यक्तिगत उपलब्धियों को रेखांकित किया है, बल्कि भारतीय विज्ञान, विशेष रूप से माइक्रोबायोलॉजी और प्लांट पैथोलॉजी के क्षेत्र में भारत की पहचान को भी वैश्विक स्तर पर सुदृढ़ किया है। डॉ. मीणा की यह उपलब्धि भावी शोधकर्ताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है और भारत के वैज्ञानिक योगदान को विश्वपटल पर उजागर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

2014 से लगातार पत्रकारिता कर रहे हैं। 2015 से 2021 तक गंगापुर सिटी पोर्टल (G News Portal) का बतौर एडिटर सञ्चालन किया। 2017 से 2020 तक उन्होंने दैनिक समाचार पत्र राजस्थान खोज खबर में काम किया। 2021 से 2022 तक दैनिक भास्कर डिजिटल न्यूज और साधना न्यूज़ में। 2021 से अब तक वे आवाज आपकी न्यूज पोर्टल और गंगापुर हलचल (साप्ताहिक समाचार पत्र) में संपादक और पत्रकार हैं। साथ ही स्वतंत्र पत्रकार हैं।