2 सांडो की हुई भयंकर लड़ाई एक सांड घर की छत पर बने कमरे में घुसा, सांड को कमरे में देख परिवार के लोगों में मची भगदड़
नदबई– शहर में नगर पालिका की अनदेखी से आवारा सांडों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है। लोग अब घरों में भी सुरक्षित नहीं हैं। शहर में आवारा सांड बाजारों से लेकर मुख्य चौराहे और गलियों में दिनभर उत्पात मचाते हैं। पिछले 8 दिनों में आवारा सांड के हमले से 3 लोग गंभीर रूप से घायल भी हो चुके हैं। लेकिन फिर भी नगर पालिका प्रशासन जागा नहीं हैं। शुक्रवार रात को शहर में एक अनोखा नजारा देखने को मिला,गली में 2 सांडों की भयंकर लड़ाई हो गई। लड़ते–लड़ते दो सांडों में से एक सांड भागता हुआ एक घर की छत पर बने कमरे में पहुंच गया और कमरे में जाकर खड़ा हो गया। घटना की सूचना पर नपा के सफाई निरीक्षक अपनी टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे और आसपास के लोगों की मदद से सांड का रेस्क्यू कर सकुशल उतारा।
दो सांडों की हुई भयंकर लड़ाई,एक सांड छत के कमरे में घुसा
जानकारी के अनुसार नदबई कस्बे के वार्ड नंबर 6 की सुनार गली में शुक्रवार रात करीब 7:45 बजे 2 आवारा सांडों के बीच भयंकर लड़ाई हो गई।दो सांडों में से एक सांड भागता हुआ हरिओम पुत्र हेमंत सोनी के घर के अंदर बनी सीढ़ियों से छत पर बने कमरे में जा घुसा। घर के सदस्यों ने बताया है कि उन्हें इस बात का अंदाजा तक नहीं था कि, उनके घर की छत के कमरे में आवारा सांड़ आ गया है। सांड़ घर की छत पर उत्पात मचाने लगा, तो घर वालों को पता लगा। इसके बाद पूरे परिवार में खलबली मच गई। घर के बाहर लोगों की भीड़ लग गई। लोगों ने कमरे से सांड को निकालने का खूब प्रयास किया। लेकिन सांड जिस जगह पर खड़ा था,वहां से नहीं हिला। परिवार के लोगों का कहना है कि जब सांड कमरे में आया, तो उसे वक्त कमरे में कोई नहीं था। अगर उसे वक्त कमरे में कोई होता तो सांड हमला कर घायल कर देता।
नपा की टीम ने मौके पर पहुंच किया रेस्क्यू
लोगों ने छत पर चढ़े सांड की सूचना नगर पालिका को दी। सूचना मिलते ही नगर पालिका के सफाई निरीक्षक बलवंत सिंह टीम के साथ तुरंत मौके पर पहुंचे और आस पास के लोगों के सहयोग से छत के कमरे में खड़े सांड का रेस्क्यू कर सकुशल उतारा गया। जिसके बाद लोगों ने चैन की सांस ली।
8 दिन में 3 लोग हो चुके हैं घायल
नदबई में पिछले 8 दिनों में आवारा सांडों के हमले से 3 लोग गंभीर रूप से घायल हो चुके हैं। आवारा सांड के हमले से किसी का हाथ टूट गया, तो किसी के कमर और कंधों में गंभीर चोट आई हैं। सांडों का आतंक यमराज से कम नहीं है। यहां आए दिन बाजारों में ये सांड़ आपस में भिड़ते हुए नजर आते हैं। अब तक कई लोग शहर में सांड़ो के आतंक का शिकार भी हो चुके हैं। पालिका प्रशासन को सारी घटनाओं का पता होते हुए भी प्रशासन आंखों पर पट्टी बांध कर बैठा हुआ है।
जिला कलेक्टर ने दिए थे निर्देश
जिला कलेक्टर ने 29 जुलाई को कलेक्ट्रेट सभागार में सभी विभागों की बैठक ली थी। जिसमें जिला कलक्टर ने नगर निगम एवं नगरपालिका क्षेत्रों में आवारा पशुओं को पकडने के लिये निरन्तर अभियान जारी रखने, सडकों पर पशुओं को बांधने वाले पशुपालकों को नोटिस देने के निर्देश दिये। उन्होंने रोड सेफ्टी के तहत सड़कों पर घूमने वाले आवारा पशुओं को पकडकर गौशालाओं में छोडने हेतु अतिरिक्त वाहन लगाने सहित विशेष कार्यवाही करने को कहा था। बावजूद इसके स्थानीय प्रशासन कलेक्टर के आदेश को हवा में उड़ाता नजर आ रहा है। जहां पालिका प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा शहर के लोगों को भुगतना पड़ रहा है।