शासन से फरमान जारी होने पर नगरीय सीमा में नए सिरे से ई-बसों का बना रूट
प्रयागराज। ब्यूरो राजदेव द्विवेदी। बीते सप्ताह लखनऊ में परिवहन निगम की बैठक में बताया गया कि प्रयागराज समेत कुछ शहरों में नगरीय सेवा के तहत चल रहीं कुछ बसें ग्रामीण अंचलों के लिए चल रही हैं। इस वजह से यूपी रोडवेज की आमदनी पर असर पड़ रहा है। आसपास के क्षेत्र में जाने वाले लोग रोडवेज बसों की बजाय ई-बसों का ही इस्तेमाल कर रहे हैं। इसे देखते हुए परिवहन निगम की ओर से कहा गया कि ई-बसों का संचालन सिर्फ नगरीय सीमा में ही किया जाए।
ई-बसों के संचालन पर ग्रामीण अंचलों के लिए लगी पाबंदी
ई-बसों का संचालन अब ग्रामीण अंचलों के लिए नहीं होगा यहां चल रही सभी 50 ई-बसें नगरीय सीमा क्षेत्र में ही चलेगी। इन बसों के रूट का प्रयागराज सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड ने नए सिरे से निर्धारण किया है। पहले की तरह 5 रूटों पर ही चलेंगी लेकिन ग्रामीण अंचलों को वह नहीं जोड़ेंगी। निदेशक प्रयागराज सिटी ट्रांसपोर्ट सर्विसेज लिमिटेड एमके त्रिवेदी के मुताबिक ई-बसों का संचालन नई व्यवस्था के तहत अब नगरीय सीमा क्षेत्र में ही होगा। इसी सप्ताह बसों का संचालन उनके नए रोड पर शुरू हो जाएगा।
यात्रियों के लिए ग्रामीण अंचलों का सफर होगा मुश्किल
अभी प्रयागराज में बैरहना से शंकरगढ़, सिविल लाइंस से प्रतापपुर, रेलवे स्टेशन से लालगोपालगंज, त्रिवेणी पुरम से पूरामुफ्ती, और रेमंड से शांतिपूरम के लिए ई-बसों का संचालन हो रहा है। रेमंड नैनी से शांतिपूरम रूट को छोड़ दिया जाए तो शेष चार रूट की बसें शहर से ग्रामीण इलाकों को जोड़ रही है। अब नई व्यवस्था के तहत इन बसों के रूट में फेरबदल किया गया है। संशोधित रूट से ग्रामीण अंचलों को पूरी तरह से हटा दिया गया है।बैरहना से शंकरगढ़ की ओर जाने वाली ई- बस अब कचहरी से मामा भांजा तालाब तक ही संचालित होगी। सिविल लाइंस से प्रतापपुर जाने वाली बस अब सिविल लाइंस से संहसों तक ही चलेगी। यमुनानगर के जसरा, लोहगरा, शंकरगढ़ एवं गंगानगर के नवाबगंज, कौड़िहार, लाल गोपालगंज प्रतापपुर आदि इलाकों में जाने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा क्योंकि डीजल से चलने वाली सभी 120 सिटी बसें पहले से ही बंद की जा चुकी हैं।