विद्यालयों के खेल मैदान व परिसरों को कराएं अतिक्रमण मुक्त: जिला कलक्टर
बौंली, बामनवास श्रद्धा ओम त्रिवेदी। शिक्षा विभाग के कार्यक्रमों के क्रियान्वयन एवं पर्यवेक्षण के लिए जिला निष्पादक समिति की बैठक जिला कलक्टर डॉ. खुशाल यादव की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।
बैठक में जिला कलक्टर ने राजकीय विद्यालयों में नामांकन वृद्धि अभियान, पौधारोपण कार्यक्रम, राजकीय विद्यालयों में कम्प्यूटर लेब/पुस्तकालय कक्ष की उपलब्धता, निःशुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण, शिक्षा में जिले एवं ब्लॉक रैकिंग आदि बिन्दुओं की समीक्षा की।
जिला कलक्टर ने मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कृष्णा शर्मा को जिले विद्यालयों के खेल मैदान व विद्यालय परिसर के आस पास के क्षेत्र में हो रहे अतिक्रमणों को चिन्हित कर पुलिस प्रशासन के सहयोग से अतिक्रमण हटवाने के पश्चात तारबंदी कर पौधारोपण करने के निर्देश दिए है। साथ ही उन्होंने राजकीय विद्यालयों में निःशुल्क पाठ्य पुस्तक वितरण की समीक्षा करते हुए प्रथम व द्वितीय चरण में वितरित की गई पुस्तकों की जानकारी प्राप्त की।
उन्होंने राजकीय विद्यालयों में नामांकन वृद्धि अभियान के तहत शिक्षा विभाग द्वारा किए गए प्रयासों की समीक्षा कर विद्यालयों में मिलने वाली सरकारी योजनाओं के लाभ की जानकारी प्रदान करते हुए प्रत्येक उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कम से कम 250 बच्चों का नामांकन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने मानसून के दौरान प्रत्येक विद्यालय में पौधारोपण कार्यक्रम की समीक्षा करते हुए आवंटित लक्ष्य, खरीद प्रक्रिया, पौधारोपण की तैयारी के साथ सुरक्षा रख-रखव हेतु ट्री गार्ड व पानी व्यवस्था पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक शिक्षक व विद्यार्थियों के नाम पर एक पौधा लगवाकर उन्हें उसके संरक्षण का दायित्व सौंपा जाए। साथ ही विद्यार्थियों को उनके परिजनों द्वारा पौधारोपण करवाने के प्रोत्साहित किया जाए।
उन्होंने कक्षा 6 से 12 तक के सभी विद्यालयों में समय-समय पर सेनेट्री नेपकिन का वितरण सुनिश्चित करने के साथ-साथ छात्राओं को मेंस्ट्रुअल हाइजीन के बारे में अवेयरनेश कार्यक्रम चलाने के निर्देश शिक्षा विभाग के अधिकारियों को दिए है। विद्यालय में सभी छात्र-छात्राओं में नाखून, दांत व हाथ के साथ सम्पूर्ण सफाई की आदत विकसित करवाने के लिए सभी विद्यालयों में मिस्टर एण्ड मिस क्लीन प्रतियोगिता आयोजित करवाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि पेरेन्ट्स टीचर बैठक के माध्यम से विद्यार्थियों को हाईजीन सिखाए।
उन्होंने मिड-डे मील की समीक्षा करते हुए शिक्षा विभाग के अधिकारियों को विद्यालयों में बच्चों को परोसे जाने वाले भोजन की गुणवत्ता की जांच करने, रसोईयां (कुक कम हेल्पर) द्वारा बनाया गया भोजन साफ-सुथरा व पोषण युक्त है या नहीं इसकी जांच अवश्य करने के निर्देश दिए है।
उन्होंने विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को नो बेग डे पर लघु फिल्म दिखाने, विद्यालयों में पानी की टंकी पर हाथ धोने के 7 स्टेप पेन्ट करवाने, विद्यालयों की टंकियों की समय-समय पर सफाई करवाने के निर्देश के निर्देश प्रदान किए है। साथ ही उन्होंने बच्चों के वाचन करने के लिए विद्यालय में लाईब्रेरी अथवा रिडिंग कॉर्नर स्थापित करने के निर्देश भी दिए है। उन्होने कहा कि बोर्ड परीक्षाओं में उत्कृष्ट मार्क लाने वाले विद्यार्थियों को रणथम्भौर का भ्रमण करवाया जाए ताकि अन्य विद्यार्थियों को भी प्रोत्साहन मिल सके।
उन्होंने कहा कि सभी विद्यालयों में क्रिकेट, खो-खो, बेडमिनटन, एथेलिटिक, शतरंज, कबड्डी आदि खेलों के लिए टीम अवश्य बनाए। साथ ही उन्होंने विद्यालयों में काउंसर के माध्यम से विद्यार्थियों को उचित करियर गाईडेन्स प्रदान करने के निर्देश दिए है।
उन्होंने ग्राम पंचायतों में होने वाली ग्राम सभाओं में विद्यालयों के निर्माण कार्यो के प्रस्ताव रखने के निर्देश दिए ताकि निर्माण कार्यो को पूर्ण किया जा सकें। उन्होंने मिशन बुनियाद के तहत होनहार विद्यार्थियों के ड्रॉपआउट रेट को कम करने के निर्देश दिए है।
बैठक में मुख्य जिला शिक्षा अधिकारी कृष्णा शर्मा, एडीपीसी समा दिनेश गुप्ता, सभी सीबीईओ सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।