शिक्षण स्तर में सुधार कर विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा करें प्रदान -शिक्षा सचिव
भरतपुर, 28 जनवरी। शासन सचिव स्कूल शिक्षा कृष्ण कुणाल मंगलवार को एक दिवसीय दौरे पर रहे जहॉ उन्होंने मास्टर आदित्येन्द्र राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय एवं महाराजा बदन सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण कर शिक्षक की भांति शैक्षणिक स्तर को परखकर विद्यार्थियों से सीधा संवाद किया तथा शिक्षा अधिकारियों को गुणवत्ता में सुधार करने के निर्देश देने के साथ ही स्कूलों में कराये जाने वाले सौन्दर्यीकरण, विकास कार्य एवं भवन मरम्मत कराये जाने की चर्चा की। निरीक्षण के दौरान जिला कलक्टर डॉ. अमित यादव मौजूद रहे।
शासन सचिव ने मास्टर आदित्येन्द्र राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण कर शिक्षण व्यवस्थाओं व अन्य सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने विद्यालय के छात्र-छात्राओं से रूबरू होकर शैक्षणिक गुणवत्ता की जांच की। विद्यालय प्रशासन को नियमित उपस्थिति सुनिश्चित करते हुये शैक्षणिक स्तर को बेहतर करने के निर्देश दिये। मास्टर आदित्येन्द्र स्कूल भवन का भ्रमण कर कक्षा कक्षों को देखा। उन्होंने कमरों में पर्याप्त विद्युत व्यवस्था, दीवारों की मरम्मत एवं फर्श को सुधरवाने के निर्देश दिये। उन्होंने निरीक्षण के दौरान पुस्तकालय का अवलोकन किया जहॉ पुस्तकालय कक्ष पर नाम अंकित होना नहीं पाया गया तथा पुस्तकालय में निशुल्क वितरण हेतु रखी हुई पाठ्य पुस्तकें पाई गई जिस पर गहरी नाराजगी व्यक्त करते हुये पुस्तकों को वितरण करवाने के निर्देश दिये। उन्होंने स्कूल में कराये जाने वाले विकास कार्याें एवं भवन मरम्मत के बारे में भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने स्कूल में विद्युत व्यवस्था हेतु 20 किलोवाट का सोलर पैनल लगवाने के भी निर्देश दिये।
शासन सचिव ने महाराजा बदन सिंह राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का निरीक्षण कर शिक्षण व्यवस्थाओं, पोषाहार सहित विद्यार्थियों को उपलब्ध कराई जाने वाली विभिन्न सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने शिक्षक की भांति विद्यार्थियों को ब्लैकबोर्ड पर हिन्दी व गणित विषय को पढाकर शैक्षणिक स्तर को जांचा। उन्होंने कहा कि कक्षावार शैक्षणिक स्तर से कमजोर विद्यार्थियों को चिन्हित कर उनके लिये विशेष कक्षाऐं चलाकर सुधार के प्रयास करें। उन्होंने विद्यार्थियों से नियमित सीधा संवाद के साथ अभिभावकों से भी निरन्तर सम्पर्क में रहकर शैक्षणिक सुधार के लिये कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने विद्यार्थियों से संवाद के दौरान स्कूल में दिये जाने वाले पोषाहार के बारे में भी जानकारी ली। निरीक्षण के दौरान पोषाहार पकाये जाने वाली रसोई का भी अवलोकन किया और रसोई के सामान के भण्डारण कक्ष को देखा। उन्होंने पोषाहार में दिये जाने वाले दाल, चावल व अन्य सामग्री की गुणवत्ता के साथ ही रसोई व पोषाहार परोसने वाले बर्तनों की नियमित साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिये। उन्होंने स्कूल के कमरों का पटाव नीचा होने के कारण छत के पंखों को हटवाकर दीवारों पर लगवाने तथा दूसरी मंजिल पर संचालित कक्षाओं के लिये सीढीयों के अलावा एक रैम्प निर्माण करवाने के निर्देश भी विद्यालय प्रशासन को दिये जिससे कि दिव्यांगजन आसानी से कक्षाओं में पहुॅच सकें।
शिक्षा सचिव ने दोंनों विद्यालयों के स्टाफ एवं शिक्षा अधिकारियों को विद्यालय मैदान की साफ सफाई करवाकर मैदान समतल करवाने व अनावश्यक घास व झाडियों को कटवाने के निर्देश दिये। उन्होंने विद्यालयों के शौचालय एवं पानी की उपलब्धता की समीक्षा कर मौका निरीक्षण किया तथा शौचालय की नियमित साफ सफाई रखने एवं पानी की टंकी में पानी उपलब्धता हेतु विशेष निर्देश प्रदान किये। उन्होंने कहा कि विद्यालय में पेयजल की टंकी की नियमित सफाई सुनिश्चित करें जिससे विद्यार्थियों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध हो सके।
इस अवसर पर संयुक्त निदेशक शिक्षा विनोद कुमार धवन, जिला शिक्षा अधिकारी रामदयाल बंसल, सीबीईओ संगीता फौजदार, उपनिदेशक अंग्रेजी माध्यम स्कूल शिक्षा दलवीर सिंह, एडीपीसी समसा अनित कुमार शर्मा, मा. आदित्येन्द्र विद्यालय के प्रधानाचार्य दिनेश सिंह, महाराजा बदनसिंह विद्यालय के प्रधानाचार्य रतिराम भारती एवं शिक्षा विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।