पीपीजीसीएल प्लांट के वायु प्रदूषण के खिलाफ किसान हो रहे संगठित बड़ेआंदोलन की कर रहे तैयारी
प्रयागराज।ब्यूरो राजदेव द्विवेदी। जनपद के यमुनानगर बारा क्षेत्र अंतर्गत लगभग 12 साल पहले शुरू हुए पीपीजीसीएल प्लांट का जहरीला धुआं आसपास के ग्रामीणों को झेलना पड़ रहा है।आसपास के गांव के प्रभावित हुए किसानों को प्लांट के योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है।पावर प्लांट के निकल रहे जहरीले धुएं से किसानों की जमीन दिनोंदिन बंजर होती जा रही है ग्रामीणों ने जानकारी देते हुए पीपीजीसीएल पर आरोप लगाते हुए कहा कि पावर प्लांट से निकलने वाले राखड़ और प्रदूषण से जमीन बंजर होती जा रही है जिससे मजबूरन लोगों को पलायन करना पड़ रहा है।पावर प्लांट द्वारा स्थापित रेलवे फाटक पूरा दिन बंद रहने से किसान खेती नहीं कर पा रहे हैं। और ना ही किसानों के द्वारा खेत की जुताई करने के लिए ट्रैक्टर व अन्य वाहन खेतों तक नहीं पहुंचे पा रहे हैं जिससे क्षेत्र के लोग भुखमरी के कगार पर पहुंच गए हैं। ग्रामीण किसान कंगाल होते जा रहे हैं और कंपनी मालामाल होती जा रही है।पावर प्लांट द्वारा प्रभावित गांवों को दिए जाने वाली सुविधा के नाम पर 13 साल से छलावा किया जा रहा है।हैरान परेशान किसान पावर प्लांट के खिलाफ संगठित हो एक बड़ा आंदोलन करने को मजबूरन तैयार हो रहे हैं।कंपनी के तानाशाही रवैया से किसानों में काफी नाराजगी देखने को मिल रही है।