सहकारी लेम्पस बड़ोदिया में नहीं हो रहा खाद बीज एवं ऋण का वितरण महीनों से बन्द पडा कार्यालय
बांसवाड़ा।अरुण जोशी ब्यूरो चीफ। आदर्श गांव बड़ोदिया में कहने के तो तमाम सुविधाएं परंतु किसानों के लिए नाम मात्र की कुछ भी व्यवस्था नहीं है। आप देख सकते हैं कागजों में भी एवं बड़ोदिया लेम्पस की किस प्रकार की हालत है ना समय पर कभी ऋण मिलता है ना समय पर कभी खाद बीज मिलता है अभी तक किसानों को किसी भी बात का कोई पता नही है कि आखिर क्या हो रहा है। सरकार ने अनेकों जन कल्याणकारी योजनाएं किसानों के हितों के लिए जारी कर रखी है की किसी गांव का किसान किसी भी तरह से ऋण लेकर साहूकारों के कब्जे में ना चला जाए व ऋणी न हो जाए। कही समय पर ऋण न चूकाने पर आत्महत्या की नौबत नहीं आए। 5 से 6 हजार की आबादी वाले गांव में आज तक किसी ने भी किसी कार्य के नहीं होने पर आवाज नहीं उठाई सभी लोग अपने दबी जुबान से किसी भी भाव में कितनी भी लागत से क्यों ना लगे खाद बीज ले आते हैं ।परंतु आज तक किसी ने ध्यान नहीं दिया कि क्यों लेम्पस में कोई रणी धोरी ही नहीं । राज्य सरकार के द्वारा लेम्पस का गठन इसलिए किया गया था की किसी भी तरह से गांव का किसान सरकार की योजनाओं का लाभ ले एवं खाद बीज एवं ऋण के लिए किसी के सामने हाथ ना फैलाना पड़े। परंतु यहां पर तो खाद एवं बीज का तो पता ही नहीं चलता एवं ना ही किसी प्रकार का अभी तक कोई ऋण वितरित हो पाया है आप बाहर से ही लेम्पस की हालत देखकर अंदाजा लगा सकते हैं कि कार्योलय खुले हुए महीना तक हो गए होंगे। आखिर इसके जिम्मेदार कौन है।
गांव के कमलेश बुनकर ने बताया कि सरकार को पत्र भेज कर उक्त समस्याओं के बारे में अवगत करवाया जायेगा कि किसानों को सही समय पर खाद बीज एवं ऋण मिले ताकि कोई भी किसान अपनी योजनाओं से वंचित न रहे एवं सरकार की योजनाओं से हर प्रकार का लाभ उठा सके। रबी की फसल का सीजन नजदीक है इसलिए खाद की व्यवस्था करनी चाइए एवं छोटे व मध्यम किसानो को सही समय पर ऋण दिया जाये। ये जानकारी कमलेश बुनकर ने दी।