श्री जसवंत प्रदर्शनी एवं पशुमेले का विधिवत उद्घाटन
मेले हमारी संस्कृति एवं परम्पराओं के संवाहक हैं: जिला कलक्टर
भरतपुर, 19 अक्टूबर। श्री जसवंत प्रदर्शनी एवं पशुमेला-2023 का उदघाटन गुरूवार को जिला कलक्टर लोक बंधु ने विधिवत रूप से पूजा-अर्चना कर ध्वजारोहण के साथ किया। इस अवसर पर जिला पुलिस अधीक्षक मृदुल कच्छावा सहित प्रशासनिक, पुलिस एवं पशुपालन सहित सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
जिला कलक्टर ने कहा कि मेले हमारी सांस्कृतिक धरोहर एवं पहचान होने के साथ सामाजिक सौहार्द के प्रतीक हैं। हमारी परम्पराओं के संवाहक रहे हैं इनके माध्यम से युवा पीढ़ी तक सांस्कृतिक परम्पराओं का निर्वहन होता है। उन्होंने कहा कि श्री जसवंत प्रदर्शनी एवं पशु मेला के निरंतर आयोजन को 103 वर्ष से अधिक समय हो गया है यह इसकी सफलता एवं लोकप्रियता का घोतक है। उन्होंने कहा कि श्री जसवंत प्रदर्शनी में प्रदेश के साथ-साथ मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, हरियाणा राज्य के भी पशुपालक एवं व्यापारी भाग लेकर व्यापारिक गतिविधियों को बढ़ाते हैं। उन्होंने कहा कि मेले में दूरदराज से आने वाले ग्रामीणों को आवश्यक घरेलु सामान उचित दरों पर मिलने के साथ मनोरंजन के लिए भी झूले व खानपान की दुकानें लगायी गयी हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन कर स्थानीय परम्पराओं को बढ़ाया जायेगा।
पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक एवं मेला अधिकारी डॉ. नगेश कुमार ने मेला आयोजन का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि सन् 1920 में तत्कालीन महाराजा किशन सिंह द्वारा अपने दादा महाराजा जसवंत सिंह की याद में मेले की शुरूआत की गयी थी। तब से निरंतर मेला आयोजन किया जाता रहा है। उन्होंने बताया कि इस बार 19 से 27 अक्टूबर तक आयोजित मेले में प्रतिदिन विशेष कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे। यहां आने वाले नागरिकों को सस्ती व उचित दरों पर घरेलु सामग्री की उपलब्धता के साथ मनोरंजन के साधन भी होंगे। उन्होंने बताया कि मेले में 252 दुकानों का अब तक आवंटन हो चुका है। विभाग को अब तक 44 लाख 24 हजार 280 रूपये की आय प्राप्त हो चुकी है।
ये होंगे आयोजन
श्री जसवंत प्रदर्शनी एवं पशु मेले में 19 एवं 20 अक्टूबर को पशु प्रतियोगिता आयोजित होगी। 21 अक्टूबर को सांय 7 बजे भजन जिकडी, 22 अक्टूबर को सांय 7 बजे नौटंकी, 23 अक्टूबर को सांय 7 बजे ढोला गायन एवं 23 से 25 अक्टूबर तक कुश्ती दंगल का आयोजन किया जायेगा। 24 अक्टूबर को सांय 6.30 बजे रावण दहन, 25 अक्टूबर को सांय 7 बजे सांस्कृतिक संध्या एवं बाजार प्रतियोगिता तथा सांय 4 बजे पारितोषिक वितरण एवं मेला समापन होगा।
विभिन्न प्रदर्शनियों का अवलोकन
मेले का विधिवत फीता काटकर उद्घाटन के बाद जिला कलक्टर ने लगभग एक दर्जन प्रदर्शनियों का फीता काटकर उद्घाटन किया। प्रदर्शनियों में विभागों द्वारा योजनाओं एवं ग्रामीणों के हित में किये जा रहे उत्पादों को दर्शाया गया है जिनमें पशुपालन विभाग, कृषि विभाग, उद्यानिकी विभाग, डेयरी, आयुर्वेद, विधिक जागरूकता की प्रदर्शनियां लगायी गयी हैं।
मतदाता जागरूकता की दिलाई शपथ
जिला कलक्टर ने मेले के उद्घाटन अवसर पर उपस्थित अधिकारियों एवं गणमान्य नागरिकों को विधानसभा आम चुनाव में मतदान के लिए मतदाता जागरूकता की शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में सभी मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर लोकतंत्र में भागीदार बनें। इस अवसर पर अतिरिक्त कलक्टर प्रशासन रतन कुमार, अतिरिक्त कलक्टर शहर श्वेता यादव, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी दाताराम, नगर निगम आयुक्त बीना महावर सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।