कांग्रेस पूर्व जिला अध्यक्ष डॉक्टर गोविन्द शर्मा ने की बगावत और चुनाव लड़ने का किया ऐलान
डॉ गोविंद शर्मा ने अपनी ही कांग्रेस पार्टी पर लगाए आरोप
कहा जिस जाती के बोटर अधिक है उन्हीं उम्मीदवारों को कांग्रेस पार्टी देती है टिकिट
भले ही कितना पुराना कार्यक्रता हो उसको भी पार्टी कर देती है दरकिनार
भरतपुर-राजस्थान प्रदेश के अंदर इस समय चुनावो की सरगर्मियां काफ़ी तेज हो गईं हैं। टिकट मांगने वाले उम्मीदवार कहीं अपनी पार्टी से नाराज दिख रहे हैं तो कहीं खुश। बीजेपी और कांग्रेस के द्वारा उम्मीदवारों की कुछ जगह लिस्ट जारी कर दी गई है और कुछ उम्मीदवारों की लिस्ट अभी आना बाकी है। जिसका दोनो पार्टियों के उम्मीदवार सर गर्मियों से इंतजार कर रहे हैं।
कांग्रेस पार्टी से नाराज नगर विधानसभा क्षेत्र के सबसे पूराने सक्रीय कार्यकर्ता डॉक्टर गोविंद ने आज अपनी ही पार्टी से नाता तोड़ लिया है। और कांग्रेस पार्टी को अलविदा कह दिया है। जबकि नगर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की तरफ से वाजिब अली को उम्मीदवार बनाया गया है। अपनी पार्टी से नाराज दिख रहे कांग्रेस के कार्यकर्ता डॉ गोविंद ने आज सर्व समाज के बीच चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है।
डॉ गोविंद ने बताया कि मुझको कांग्रेस पार्टी में 52 वर्ष एक सक्रीय कार्यकर्ता के रूप में हो गए है। मैं पूर्व में जिला कांग्रेस अध्यक्ष भी रहा हूं मेने कांग्रेस पार्टी से पूर्व में भी कई बार टिकट को लेकर नगर विधानसभा क्षेत्र से दावेदारी की थी। कुछ खामियों को देखते मुझको टिकट नहीं दिया गया। अबकी वार फिर मेने भरपूर प्रयास किया और मुझको दरकिनार कर दिया गया। जबकि सबसे पुराने कार्यकर्ताओं के रूप में मुझको कांग्रेस का टिकट मिलना चाहिए था। मैंने देखा है की कांग्रेस धर्म जाति को देखकर और उनके मतदाताओं की जाति गत अकड़ो को देखकर उस उमीदवार को टिकट देती है। जिसकी जाति की आबादी अधिक हो, में अब इस पार्टी से नाता तोड़ रहा हु जहां कार्यकर्ता की कोई इमेज ना हो और जो कार्यकर्त्ता जीरो ग्राउंड पर काम कर रहा है, उसको टिकट न मिले उससे नाराज होकर मैं यह पार्टी छोड़ रहा हूं। आज नगर कस्बे के सर्व समाज के द्वारा नगर में एक पंचायत रखी गई। जिसमें मुझ पर भरोसा जताते हुए लोगों ने मुझे चुनाव लड़ने के लिए कहा और मैं कांग्रेस पार्टी को छोड़कर चुनाव लड़ूंगा यह मेरा पहला और लास्ट चुनाव होगा।