सूरौठ। कस्बा सूरौठ में चार दिवसीय गणगौर मेला बुधवार को विधिवत रूप से शुरू हुआ। गणगौर मेले के अवसर पर यहां सीताराम जी के मंदिर के सामने बनाए गए पांडाल में सुबह 11 बजे कीर्तन गायन दंगल प्रारंभ किया गया। सरपंच प्रतिनिधि रामअवतार शर्मा एवं सर्व समाज के लोगों ने मां सरस्वती की तस्वीर के समक्ष दीप जलाकर कीर्तन दंगल का विधिवत उद्घाटन किया। मेला कमेटी के सदस्य नरेंद्र बाबा एवं राम चरण जंगम ने बताया कि कीर्तन दंगल में तालचिडी, खूंट खेड़ा, फाल्गुने का नंगला, मावली एवं जगनत्था गायन पार्टियां भाग ले रही है। दंगल के उद्घाटन कार्यक्रम में मेला कमेटी एवं सर्व समाज के लोगों ने गायन पार्टियों के सदस्यों का माला पहनकर अभिनंदन किया। गायन पार्टियों ने भोलेनाथ, रामायण, महाभारत सहित विभिन्न धार्मिक एवं पौराणिक प्रसंगों पर रचनाएं प्रस्तुत की। रचनाओं को सुनकर पांडाल में मौजूद श्रोता मंत्र मुग्ध हो गए। कीर्तन सुनने के लिए पांडाल में काफी संख्या में ग्रामीण मौजूद रहे। कस्बे के गांधी स्मारक मैदान में रहटक एवं मनोरंजन के साधनों की व्यवस्था की गई है। मुख्य चौराहे से तालाब की ओर जाने वाले मार्ग में अस्थाई दुकानें लगाई गई है। मेले के पहले दिन लोगों ने रहटकों में झूल कर खूब लुत्फ उठाया। अस्थाई बाजार में भी लोगों ने खूब खरीददारी की।
रियासत कालीन परंपराओं के साथ आज निकलेगी छोटी गणगौर की सवारी
कस्बा सूरौठ में 11 अप्रैल को रियासत कालीन परंपराओं एवं राजसी ठाठ के साथ छोटी गणगौर की सवारी निकाली जाएगी। गणगौर माता की सवारी रियासत कालीन गढ़ एवं सूरौठ महल से निकाली जाएगी। बैंड बाजों के साथ निकाले जाने वाली गणगौर माता की शोभायात्रा में काफी संख्या में झांकियां शामिल रहेंगी। इसी तरह 12 अप्रैल को बड़ी गणगौर की सवारी निकाली जाएगी। सीताराम जी के मंदिर के सामने बनाए गए पांडाल में 11 अप्रैल को जिकड़ी गायन दंगल शुरू होगा। 12 अप्रैल को हेला ख्याल दंगल प्रारंभ किया जाएगा। 13 अप्रैल की शाम को हेला ख्याल दंगल का समापन किया जाएगा।