एफपीओं की सार्थकता तभी है जब किसानों को उनकी उपज का कम लागत पर उचित दाम मिले: जिला कलक्टर


सवाई माधोपुर, 30 दिसंबर। भारत सरकार की केन्द्रीय क्षेत्रीय योजना, किसान उत्पादक संगठनों (एफपीओं) का गठन व संवर्धन के संबंध में जिला कलक्टर शुभम चौधरी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय निगरानी समिति बैठक सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित हुई।
जिला कलक्टर ने कहा कि एफपीओं की सार्थकता तभी है जब किसानों को उनकी उपज का कम लागत पर उचित दाम मिले, मध्यस्थ व्यक्ति दूर हों, उनकी समस्याओं का समाधान हो और वे प्रगति पथ पर आगे बढ़ सके।
उन्होंने इस संबंध में जिले के पंजीकृत एफपीओं प्रतिनिधियों का प्रशिक्षण आगामी बैठक से पूर्व कराने के निर्देश डीडीएम नाबार्ड पुनीत हरित को प्रदान किए ताकि अच्छे व्यवसायिक योजनाओं का उचित प्रशिक्षण उन्हें प्राप्त हो सके। जिला कलक्टर ने इस दौरान कृषि विभाग तथा कृषि उपज मण्डी के अधिकारियों को एफपीओं प्रतिनिधियों को आ रही समस्याओं का समाधान करने के निर्देश दिए।
इस दौरान भारत सरकार की केन्द्रीय क्षेत्र योजना 10 हजार किसान उत्पादक संगठनों, एफपीओं को गठन व संवर्धन योजना के लिए जिले के चयनित कलस्टर, उत्पादक, इंप्लीमेंटिंग एजेंसी, सीबीबीओं, एनसीडीसी द्वारा योजना के अन्तर्गत सहकारी बैंक के जरिये मलारना डूंगर ब्लॉक में बनाए एफपीओं का अनुमोदन, एफपीओं प्रतिनिधियों द्वारा प्रगति, चुनौतियों व सहयोग पर चर्चा भी की गई।
इस दौरान मुख्य कार्यकारी अधिकारी शैलेन्द्र सिंह, संयुक्त निदेशक कृषि विस्तार रामराज मीणा, आत्मा से उप निदेशक अमर सिंह, उप निदेशक उद्यानिकी पांचूलाल सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।


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